संवाददाता, दिल्ली दर्पण टीवी
दिल्ली एनसीआर। फरीदाबाद के आलमपुर से डिपो होल्डर द्वारा लोगों को राशन ना देने का एक मामला सामने आया है। गांव के लोगों का कहना है कि उनके यहां का डिपो होल्डर उन्हें पूरा राशन नहीं देता। सिर्फ इतना ही नहीं उन्होंने आरोप लगाया है कि डिपो होल्डर की मनमानी की वजह से राशन की कालाबाजारी हो रही है। जिसकी वजह से बीपीएल परिवार भी राशन के लिए धक्के खा रहा है।
गुस्साए लोग अपने हाथों में राशन कार्ड लेकर डिपो होल्डर की मनमानी दांस्ता बयां कर रहे थे। इतना ही नहीं लोगों के राशन कार्ड में 20 से 25 लोगों के नाम चढ़े हैं जिनके बारे में खुद राशन कार्ड धारकों को नहीं पता कि वह मेंबर कौन है। इससे साफ पता चलता है कि खाद आपूर्ति विभाग की लापरवाही के चलते लोगों के राशन कार्ड में अन्य लोगों के नाम चढ़े हैं जिन्हें वह खुद नहीं जानते।
जब इस मामले की शिकायत अधिकारी से की गई तो उन्होंने बताया कि खाद आपूर्ति विभाग की तरफ से हर इलाके में इंस्पेक्टर नियुक्त किए गए हैं। जो मामलों की समय-समय पर जांच करते रहते हैं लेकिन उनके संज्ञान में यह मामला नहीं है ना ही आलमपुर गांव से किसी राशन कार्ड धारक ने कोई शिकायत की है। लेकिन अब शिकायत मिलने के बाद उन्होंने इस मामले में अब एक टीम बनाकर जांच करवाने का आश्वासन दिया है।
लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है की आलमपुर गांव में ग्रामीणों को जो राशन कार्ड दिए गए है वो खाद्य आपूर्ति विभाग की तरफ से ही दिए गए है। तो उसमें अन्य लोगों के नाम चढ़ाने की गड़बड़ी किसने की और खाद्यआपूर्ति विभाग को इतनी बड़ी राशन कार्ड में हुई गड़बड़ी के बारे में जानकारी क्यों नहीं है। इससे साफ पता चलता है कि या तो खाद आपूर्ति विभाग के अधिकारी अपनी ड्यूटी सही से नहीं कर रहे या हवा हवाई बातें कर मीडिया को गुमराह कर रहे है।