संवाददाता, दिल्ली दर्पण टीवी
ग्रेटर नोएडा। देश में कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्रेटर नोएडा में स्थित NIIMS अस्पताल का एकमात्र कोविड अस्पताल घोषित किया है, जिसने 15 अप्रैल से कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती करना भी शुरू कर दिया है, जिसमें कोविड मरीजों केलिए 300 बेड वाले एयर कंडीशनर रूम उपलब्ध हैं। वहीं अस्पताल प्रशासन का कहना है कि अस्पताल में प्राइवेट रूम भी उचित दाम पर मिलेंगे और स्वास्थ्य सेवाएं भी एक जैसी मिलेंगी, निजी कक्ष वातानुकूलित यानी एयर कंडीशनर हैं, जिनमें निजता (प्राइवेसी) का ध्यान भी रखा गया है।
फिलहाल हॉस्पिटल के पास 35 कोरोना संक्रमित मरीज को ICU में रखने का इंतजाम किया गया है, वहीं 35 बेड नाज़ुक स्थिति वाले मरीजों के लिए और 16 कसुअलटी बेड है। संस्थान के पास अभी 140 डॉक्टर्स, 90 नर्स ,160 डॉक्टर्स के सहयोगी कर्मचारी और सहायक कर्मचारी हैं। अस्पताल मरीजों को सर्वश्रेष्ठ अनुभव और विश्वस्तर की सेवा देने के लिए संकल्पित है और इस अस्पताल के लिए मरीज ही प्राथमिकता है। अस्पताल मरीजों का इलाज प्यार और समझ के साथ करते हैं। वे मेडिकल कॉलेज और सेंटेर ओफ़ एक्सलेन्स है, इसमें नई तकनीक और परोधिकी काप्रयोग होता है।
NIIMS के पास राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग का सत्र 2020-2021 के लिए 150 MBBS सीटों का अनुमति पत्र है। संस्थान के साथ जो हॉस्पिटल चलता है, वो 300 बेड की क्षमता वाला अति विशिष्ट अस्पताल है, जो की मानवता की सेवा में कारगर रहा है जिसमें 2000 से ज़्यादा कोविड मरीजों का इलाज हो चुका है। यहां हर बेड आपातकालीन ऑक्सिजन क्षमता वाला है, जिसका अपना खुद का दवाखाना, प्रयोगशाला, एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध हैं| यहां विशेष प्रकार से प्रशिक्षित आनेस्थेसिस्ट डॉक्टर्स की टीमहै जो किसी भी आपातकालीन और जीवन रक्षक उपायों को अपनाने में सक्षम है।
NIIMS भारत का अग्रणी संयुक्त अवस्था सेवा केंद्र है। यूनिवर्सिटी ने यह अस्पताल, समाज को समर्पित किया है जिससे लोगों को विशेष, उच्चतम, आधुनिकतम और आज के युग की नवीनतम सेवा मिल सके। विश्व स्तर की सेवाओं के लक्ष्य को लेकर चल रहा यह अस्पताल सेवाके, वैज्ञानिकता के, मानव सेवा के, रोगी के इलाज के उच्चतम मानकों पर खरा उतरने के लिए संकल्पित है। “हमारा लक्ष्य मरीज़ों को और हमसे जुड़े लोगों के जीवन को बेहतर बनाना है।“