जूही तोमर, संवाददाता
नई दिल्ली। वसंत कुंज थाना इलाके के घिटोरनी गांव में गुरुवार को महिला ने अपने दो मासूम बच्चों को गंभीर रूप से घायल कर पंखे से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। आशंका है कि महिला ने फिनाइल पिलाकर व किसी चीज से जलाकर बच्चों को मारने की कोशिश की थी। दोनों बच्चों के शरीर पर चोट के व जलने के निशान हैं। दोनों बच्चे बाथरूम में मिले थे और उनकी सांसे चल रही थीं। उनके हाथ-पैर व मुंह बंधे हुए थे। उन्हें फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां तीन महीने की बच्चे की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
शुरूआती जांच में घटना का कारण घेरलू विवाद बताया जा रहा है। महिला का पति दिल्ली पुलिस में सिपाही है और उसकी शराब पीने की आदत को लेकर पति-पत्नी में झगड़ा होता था। एसडीएम मामले की जांच कर रही है। दक्षिण-पश्चिमी जिला डीसीपी इंगित प्रताप सिंह के अनुसार वसंत विहार थाने में बतौर सिपाही तैनात सुशील राजस्थान का रहने वाला है। वह पत्नी राजेश, तीन वर्षीय बेटे समर्थ व तीन महीने के बेटे श्रेष्ठ के साथ मंगू मोहल्ला, घिटोरनी गांव में रहता है। सुशील ने गुरुवार रात 7.54 बजे पुलिस को सूचना दी कि उसकी पत्नी गेट नहीं खोल रही है। वसंतकुंज थाने में तैनात इंस्पेक्टर बलराम अपने टीम के साथ मौके पर पहुंचे। इधर वसंत विहार थाने से भी पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। पुलिस कर्मी दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे तो राजेश ने चादर के जरिए बैडरूम में पंखे से फांसी लगा रखी थी। तलाशने पर बच्चे बाथरूम में मिले।
बाथरूम का गेट अंदर से बंद था। बाथरूम के अंदर दोनों बच्चे बेहोश पड़े थे। उनके हाथ-पैर व मुंह बंधा हुआ था। पैरों समेत अन्य जगहों पर जलने के निशान थे। दोनों बच्चों को फोर्टिस अस्पताल में भर्ती किया गया। समर्थ की हालत में सुधार है, जबकि श्रेष्ठ की हालत गंभीर बनी हुई है। उसे आईसीयू में रखा गया है। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। कांस्टेबल सुशील की शादी को अभी सात साल नहीं हुए हैं, ऐसे में मामले की जांच स्थानीय एसडीएम को सौंप दी गई है। एसडीएम जांच होने के बाद वसंतकुंज(साउथ) पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। राजेश के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में रखवा दिया गया है।