तेजस्विनी पटेल, संवाददाता
नई दिल्ली। दुनिया भर में कोरोना टीकाकरण अभियान के बीच टीके के बारे में एक बुरी खबर भी आ रही है। दरअसल, जॉनसन एंड जॉनसन की COVID-19 वैक्सीन गुणवत्ता परीक्षण में विफल रही है। इस बात की पुष्टि खुद कंपनी ने की है।
रिपोर्टों के अनुसार, जॉनसन एंड जॉनसन ने कहा है कि कोरोना वैक्सीन की एक खेप गुणवत्ता की जांच में विफल रही है और यह प्रयोग करने योग्य नहीं है। इसके अलावा अभी तक यह भी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इससे भविष्य में वैक्सीन की आपूर्ति कितनी प्रभावित होगी। माना जा रहा है कि बड़े पैमाने पर जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन की खुराक बर्बाद हुई है। हालांकि, कंपनी को उम्मीद है कि वो इस साल के अंत तक तक वैक्सीन के निर्माण के अपने अपने निर्धारित लक्ष्य को पूरा कर लेगी। कंपनी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, ‘हम 2021 के अंत तक एक अरब से अधिक खुराक बनाने के अपने लक्ष्य को पूरा कर लेंगे।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हाल ही में जॉनसन एंड जॉनसन की कोविड-19 वैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी थी। यह वैक्सीन ‘वन शॉट डोज’ पर आधारित है, यानी कोरोना से बचाव के लिए आपको इस वैक्सीन की सिर्फ एक ही खुराक लेनी होती है। क्लिनिकल ट्रायल में पाया गया है कि जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन 67 फीसदी प्रभावी है। वहीं गंभीर बीमारी को रोकने में यह कोरोना वैक्सीन 85.4 फीसदी कारगर साबित हुई है। क्लिनिकल ट्रायल के डेटा के मुताबिक, यह बुजुर्गों और गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों पर अधिक प्रभावी है।