संवाददाता, दिल्ली दर्पण टीवी
नई दिल्ली। कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से डीआरडीओ का सेंटर पांच घंटे में ही हाउसफुल हो गया। यह सूचना मिलने के बाद केंद्र सरकार ने सीएसआईआर सहित अन्य वैज्ञानिक अनुसंधान संस्थानों को मैदान में उतारा है। आपको बता दें कि मंगलवार को दिल्ली के एम्स, सफदरजंग और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इन अस्पतालों में पड़ी खाली जगहों पर अस्थायी अस्पताल बनना शुरू हो चुका है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार डीआरडीओ ने 500 बिस्तर की क्षमता युक्त अस्थायी अस्पताल बनाया था लेकिन दिल्ली की मांग इससे कहीं ज्यादा है। अगले 10 दिन दिल्ली के लिए सबसे अधिक चुनौतिपूर्ण हैं। इसीलिए अब सीएसआईआर ने सफदरजंग और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में खाली पड़ी भूमि पर अस्थायी अस्पताल बनाना शुरू कर दिया है।
इस काम में तकरीबन पांच से छह दिन का वक्त लग सकता है। तंबू लगाकर बिस्तर, ऑक्सीजन और वेंटिलेटर बेड की व्यवस्था की जा रही है। वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय ने गैर कोविड मरीजों को लेकर राजधानी के डॉक्टरों से अपील की है कि ज्यादा से ज्यादा मरीजों को टेलीमेडिसिन के जरिए उपचार किया जाए। इससे सबसे बड़ा फायदा संक्रमण के फैलाव को रोकने से होगा। साथ ही इस तरह स्वास्थ्य कर्मचारियों को भी सुरक्षित रखा जा सकता है।