नेहा राठौर, संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में छह दिन का लॉकडाउन लगा दिया है। सीएम केजरीवाल ने लॉकडाउन का ऐलान करते समय प्रवासी मजदूरों से अपील करते हुए कहा था कि कुछ समय दिल्ली में ही रुकें, ये बस छोटा सा लॉकडाउन है, लेकिन इसके बावजूद सोमवार को बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर दिल्ली की सड़कों पर घर वापसी के लिए बेचैनी में दिखे।
इस पर यूपी सरकार के सिद्धार्थ नाथ सिंह ने मंगलवार को दिल्ली सरकार और अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल ने बिना किसी व्यवस्था के लॉकडाउन लगा दिया है। उनकी बसे मजदूरों को सिर्फ यूपी बॉर्डर तक छोड़ जाती हैं। ऐसे हम यूपी और बिहार के उन लोगों को नहीं छोड़ सकते इसलिए हम उन्हें घर भेजने की पूरी तैयारी में जूटे हैं।
उन्होंने कहा कि हमने लोगों के लिए प्राइवेट और रोडवेज बसें लगाई हैं ताकि लोगों को बिना किसी तकलीफ के घर पहुंचाया जा सके। बिना सोचे-समझे जो यह लॉकडाउन लागू किया गया है, इसका असर क्या होगा, सरकार ने यह नहीं सोचा होगा। ऐसी स्थिती में केजरीवाल सरकार ने ना तो उन लोगों के लिए राशन का इंतजाम किया और नहीं उनके आने-जाने का।
साथ ही सिंह ने यूपी सरकार द्वारा कोरोना से निपटने के लिए लिये जा रहे फैसलों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार लॉकडाउन लागू नहीं कर रही है लेकिन हम इससे लड़ने के लिए दूसरे तमाम उपाय जरूर कर रहे हैं। राज्य में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। वीकेंड कर्फ्यू भी लगा दिया गया है। जिसके चलते सड़कों पर सख्ती बढ़ा दी गई है, ऐसे में हमें लगता हैं कि लोगों के जीवन के साथ उनकी जीवीका भी जरूरी है। इसलिए हम लॉकडाउन के बजाय दूसरे तरीकों का उपयोग कर रहें हैं, जिनमें लगभग लॉकडाउन जैसी ही पाबंदियां हैं।