तेजस्विनी पटेल, संवाददाता
नई दिल्ली। फिल्म इंडस्ट्री के कई निर्माता और निर्देशक इन दिनों कानून मंत्रालय के एक फैसले से काफी नाखुश हैं। इतना ही नहीं साथ ही इस फैसले को हिंदी सिनेमा के लिए घातक करार दे रहे हैं। भारत सरकार ने फिल्म सर्टिफिकेशन अपीलेट ट्रिब्यूनल को रातों रात निरस्त कर दिया है
केन्द्र सरकार ने दो दिन पहले दी ट्रिब्यूनल रिफॉर्म्स ऑर्डिनेंस, 2021 जारी किया है। इसके जरिए अलग-अलग आठ ट्रिब्यूनल को निरस्त किया गया है। जिसमें फिल्म सर्टिफिकेशन अपीलेट ट्रिब्यूनल भी शामिल है। अब जिस भी निर्माता को सेंसर बोर्ड के फैसले से आपत्ति होगी, उसे सीधे हाईकोर्ट में ही अपील करनी पड़ेगी। कानून मंत्रालय के इस फैसले से बॉलीवुड के कई निर्माता और निर्देशक काफी निराश है और इस फैसले को सिनेमा के लिए सबसे बुरा दिन बता रहे हैं। फिल्म कलाकारों ने इसे सिनेमा के लिए काला दिन बताया है। हंसल मेहता से लेकर विशाल भारद्वाज तक ने इस बारे में ट्वीट कर गुस्सा जाहिर किया है।
निर्माता-निर्देशक और संगीतकार विशाल भारद्वाज ने भी ट्वीट के जरिए सरकार के फैसले पर गुस्सा जाहिर किया है। फिल्म निर्माताओं का मानना है कि इससे इंडस्ट्री को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।