तेजस्विनी पटेल, संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना संक्रमण के दौरान, केंद्र से दिल्ली सरकार और निजी अस्पतालों में, ऑक्सीजन की कमी के कारण रोगियों की मौत के बाद, उच्च न्यायालय द्वारा केंद्र और दिल्ली सरकार को ऑक्सीजन के लिए लगाई गई फटकार का असर अस्पतालों में देखा गया है।
उच्च न्यायालय की फटकार का असर यह है कि दो सप्ताह पहले, 24 अप्रैल तक, केवल एक अस्पताल का अपना ऑक्सीजन संयंत्र था और आज 8 और अस्पतालों का अपना ऑक्सीजन संयंत्र है। एम्स, आरएमएल, सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र, धर्मशीला सहित सात अन्य अस्पतालों में ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किए गए हैं।
दूसरी ओर, ऑक्सीजन को लेकर अभी भी दिल्ली सरकार और केंद्र के बीच तनातनी चल रही है। 730 मीट्रिक टन आपूर्ति के बाद सिर्फ एक दिन में, दिल्ली को फिर से केंद्र द्वारा ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी देखी जा रही है। 8 मई को, दिल्ली को केंद्र सरकार से केवल 499 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्राप्त हुई, जबकि ऑक्सीजन की इस मात्रा की कुल दैनिक आवश्यकता 700 मीट्रिक टन का केवल 71 प्रतिशत है।