जूही तोमर, संवाददाता
नई दिल्ली। कोरोना के प्रकोप के बीच मच्छर जनित बीमारियों ने रफ्तार पकड़नी शुरू कर दी है। यही वजह है कि पिछले एक हफ्ते में डेंगू और चिकनगुनिया का नया मामला सामने आया है। इसके साथ ही इस साल अब तक डेंगू के कुल 25 मरीज और चिकनगुनिया के चार मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। वहीं, मलेरिया के अब तक कुल आठ मामले सामने आ चुके हैं। इस हफ्ते कोई नया केस नहीं मिला है। डेंगू के आंकड़े 2013 के बाद सबसे ज्यादा हैं।
निगम की रिपोर्ट के अनुसार दक्षिणी निगम में डेंगू के कुल दो, उत्तरी निगम में एक और एक के पते की पुष्टि नहीं हुई है। चिकनगुनिया का एक मरीज दक्षिणी निगम क्षेत्र का है। अब तक चार मरीजों में से विभाग दो दक्षिणी निगम और दो मरीजों के पते की पुष्टि नहीं कर सका। इस सप्ताह मलेरिया का नया मामला नहीं आने से थोड़ी राहत तो मिली है, लेकिन अब तक के आंकड़े दो पूर्वी निगम और एक उत्तरी निगम और चार दक्षिणी निगम के हैं।
निगम के एक अधिकारी के मुताबिक मई में ज्यादा मामलों के पीछे कोरोना और लॉकडाउन भी वजह है. क्योंकि डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर (डीबीसी) के कर्मचारी लोगों के घर नहीं पहुंच पा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर लगातार हो रही बारिश से मच्छरों को पनपने का मौका मिल रहा है। लोग घरों के आसपास भी लापरवाह हैं और पानी जमा हो रहा है। इस वजह से मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल परिस्थितियां बन रही हैं।