अविशा मिश्रा, संवाददाता
नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण के बीच अभी तक आपने ऑक्सीजन, फैबिफ्लू, रेमिडिसिवर की किल्लत की खबरें पढ़ी होगी। मगर इससे अलग कुछ सामान्य दवाएं, जो कि कोरोना के हल्के संक्रमण में कारगर साबित हो रही हैं वो दवाएं भी बाजारों से गायब हो रही है। इसमें कोई दोहराए नहीं कि ये खबर काफी चिंता में डालने वाली है।
इसमें सबसे पहला नाम है पैराशिटा मॉल यह दवाएं अलग-अलग ब्रांड नाम जैसे डोलो, क्रोसिन, कलपॉल 650 एमजी के नाम से मांगेंगे तो शायद आपकों तीन में से एक पर ही मिले। इसी तरह विटामिन सी के लिए सबसे अधिक प्रयोग हो रहा लिमसी की खपत के चलते छोटे मेडिकल स्टोर से यह गायब है। एवरमैक्टीन, डॉक्सीसाइक्लिन, जिंकोविट समेत कई मल्टी विटामिन की दवाईयां बाजार से गायब है। दवा विक्रेता कहते है अचानक से इन दवाओं की मांग बढ़ गई है, जो बीमार नहीं है वह भी इन दवाओं को भविष्य के लिए लेकर रख रहे है। दिल्ली में लॉकडाउन में अस्पताल, मेडिकल स्टोर के बाहर इन दिनों सबसे ज्यादा भीड़ है। वजह सिर्फ एक कोरोना संक्रमण है। कोरोना संक्रमण से बचने की चाह में लोग अस्पतालों में बेड के साथ दवाओं के लिए मेडिकल स्टोर का भी चक्कर लगा रहे है। कारण सिर्फ उन्हें एक ही दुकान सभी दवाएं नहीं मिल पा रही है। कोरोना के हल्के संक्रमण में प्रयोग होने वाली सामान्य दवाओं की खपत बढ़ गई है कोरोना से बचाव के तहत दिल्ली में बन्दी घोषित है, लेकिन बन्दी में भी मेडिकल स्टोरों में भीड़ नज़र आ रही है।
आलम यह है कि भीड़ में शामिल लोगों में से 90 फीसदी लोग कोरोना से बचाव की ही दवाएं खरीद रहे है। बुखार से निजात दिलाने वाली पैराशिटामॉल (डोलो, कलपॉल, क्रोसिन 650 एमजी) व कफ सिरप दवाओं की मांग सबसे अधिक है। जिसमें कई लोगों को कुछ दवा न होने के कारण निराश भी होना पड़ रहा है।दिलशाद गार्डन स्थित मेडिकल स्टोर पर कोरोना के समय कई जीवन रक्षक दवाइयों की कमी शुरू हो गई है। पैराशिटामॉल (डोलो, कलपॉल 650 एमजी), विटामिन सी सहित अन्य दवाएं भी नहीं मिल रही हैं। पैरासीटामॉल, डोलो की वैकल्पिक दवाएं तो है मगर डोलो मांगने पर मेडिकल स्टोर से आपको खाली लौटना पड़ेगा।