नेहा राठौर, संवाददाता
नई दिल्ली। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन यानी IMA ने योगगुरु बाबा रामदेव के विवादित बयान और आए दिन कोरोना मरीजों के परिजनों द्वारा डॉक्टरों पर हो रहे हमलों के विरोध में 18 जून को देशभर में विरोध प्रदर्शन दिवस मनाने का फैसला किया है। IMA की कार्यकारिणी समिति ने विरोध प्रदर्शन के आयोजन का फैसला सभी पहलुओं पर विचार करने और डॉक्टरों की चिंता, नाराजगी एवं एकजुटता को दिखाने के लिए लिया है। ऐसा ही प्रोटेस्ट शुक्रवार को रोहिणी के अंबेडकर हॉस्पिटल और अशोक विहार में सुबह 10:00 बजे से दोपहर के 2:30 तक किया जाएगा।
IMA प्रोटेस्ट के दौरान ‘योद्धाओं की रक्षा करो’ जैसे नारो के साथ डॉक्टरों और चिकत्सा से जुड़े अन्य कर्मियों पर हमले रोकने की मांग भी करेगा। 18 जून को जुबानी हिंसा के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शित करने के लिए डॉक्टर काला बिल्ला, काला झंडे, काले मास्क, काली रिबन, काली शर्ट पहनकर नाराजगी प्रकट करेंगे। यह प्रोटेस्ट कार्यस्थलों और IMA बिल्डिंग के प्रमुख केंद्रों और अस्पतालों में मनाया जाएगा। इतना ही नहीं विरोध प्रदर्श के बाद सामूहिक रूप से प्रधानमंत्री को इसे लेकर ज्ञापन भी भेजा जाएगा।
बता दें कि इस पर आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.ए. जयालाल ने आईएमए के उन सभी 724 कोरोना योद्धाओं को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि हमारे 724 योद्धों ने इस महामारी में समर्पण भाव से स्वास्थ्य सेवा देते हुए अपनी जान गवां दी इसके बावजूद अभी भी हमारे डॉक्टर कोरोना मरीजों की स्वास्थ्य सेवा में जूटे हुए हैं, जिन्में से कई तो इससे लड़ते-लड़ते संक्रमित भी हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में पहले तो योगगुरु रामदेव ने डॉक्टरों का अपमान किया और अब उन्हें देवदूत बता रहे हैं। और फिर खुद टीका लगवाने की भी बात कर रहे हैं। लेकिन उनके इस बयान से हम बहुत आहत हुए हैं, इसे हम भुल नहीं सकते है। इसके अलावा देश के राज्यों में डॉक्टरों पर कोरोना मरीज के परिजनों द्वारा हमले किए जा रहे हैं। ऐसे में IMA ने प्रधानमंत्री, गृह मंत्री समेत अन्य लोगों को इस पर एक्शन लेने के लिए एक पत्र भी लिखा था। जिसमें उन्होंने डॉक्टरों की सुरक्षा की मांग की थी।