तेजस्विनी पटेल, संवाददाता
नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 12वीं की परीक्षाएं रद्द होने के बाद अब बोर्ड ने मूल्यांकन के लिए मापदंड तैयार करने की शुरूआत कर दी है। करीब 10 से 15 दिनों में पॉलिसी मूल्यांकन के लिए तैयार हो जाएगी। बोर्ड की कोशिश रहती है कि जो भी नीति बने, वह बच्चों के लिए कारगर साबित हो। यह पॉलिसी थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों के लिए होगी। पॉलिसी तैयार होने के बाद इसे स्कूलों में भेजा जाएगा।
पॉलिसी के आधार पर ही स्कूल मूल्यांकन कार्य के आगे का काम करेंगे। इसके लिए स्कूलों को भी पर्याप्त समय दिया जाएगा। इसके बाद ही बोर्ड रिजल्ट बनाने का काम शुरु करेगा। जिसके लिए बोर्ड को कम से कम 15 दिन का समय चाहिए होगा। इस तरह से बारहवीं का रिजल्ट जुलाई के अंत तक ही आने की संभावना है।
सीबीएसई परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा कि “मूल्यांकन के लिए हम जो भी मापदंड बनाएंगे, वह प्रयास रहेगा कि यह बच्चों के लिए कारगर साबित हो। वह पूरी तरह से छात्र हितैषी होंगे। इसके लिए सभी राज्यों के स्कूलों के हालात भी देखने होंगे। अभी मापदंड तय करने में 10-15 दिन लगेंगे। यह भी देखा जाएगा कि तय की गई नीति में स्कूलों का मूल्यांकन करने में कितना समय लगेगा। इसके लिए भी स्कूलों को पर्याप्त समय दिया जाएगा ताकि किसी छात्र को नुकसान न हो। इतना सब होने के बाद हमें भी रिजल्ट तैयार करने में 15 दिन लगेंगे”।