संवाददाता, दिल्ली दर्पण टीवी
सुल्तान पुरी।। दो दिन पहले दिल्ली के राज पार्क थाना इलाके में हुई हत्या की एक वारदात को पुलिस ने सुलझा लिया है बता दें कि पकड़े गए तीनों आरोपी नाबालिग है, जिन्होंने महज चंद रुपयों के लिए दो बच्चों के सर से उनके पिता का साया छीन लिया। ये घटना दिल्ली के लिए चौंकाने वाली ही नहीं चिंताजनक भी है।
दो छोटे-छोटे बच्चों के पिता रविंद्र बिष्ट इस दुनिया में नहीं है। बीती 25 जून को रविंद्र की सुल्तान पूरी इलाके के जलेबी चौक पर उस समय चाकू से गोदकर कर ह्त्या कर दी गयी थी जब वे वहां से गुजर रहे थे। खून से लथपथ हालत में रविंद्र को एक अनजान शख्स ने पास के ही संजय गांधी हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन वे बच नहीं सके। रविंद्र के परिजनों का कहना है कि घटना से कुछ ही देर पहले उनसे फ़ोन पर बात हुई थी।
पल भर एक परिवार की खुशियां उजाड़ गई और दो मासूम बच्चों के सर से उनके पिता का साया उठ गया। राज पार्क थाना पुलिस ने महज 24 घंटों में ही इस ह्त्या की गुत्थी को सुलझा लिया है और रविंद्र बिष्ट के हत्यारों को पकड़ लिया है। बता दें कि ये तीनो ही नाबालिग है और नशे के आदि है। सुल्तान पूरी के रहने वाले तीन नाबालिगों ने महज चंद रुपयों के लिए लूट के इरादे से ह्त्या को अंजाम दिया। राज पार्क थाना पुलिस ने इन तीनों को टेकनिकल सर्विलांस की मदद से गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन सवाल यह की क्या इस ह्त्या के लिए पकडे गए ये तीन नाबालिग ही जिम्मेदार है ? सुल्तान पूरी जैसे दिल्ली के तमाम इलाकों में कितने ही नाबालिग नशे की हालत में यह नशा खरीदने के लिए ह्त्या तक करने से गुरेज नहीं कर रहे है जाहिर है, जिम्मेदारी ऐसे माहौल को बनाने वालों और बनने देने वालों की भी है। हैरत की बात है की देश की राजधानी दिल्ली में इस माहौल को रोकने के तमाम प्रयासो विफल हो रहे है। जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस की ही नहीं समाज और सियासत से जुड़े लोगों की भी है।