मनोज सूर्यवंशी, संवाददाता
दिल्ली एनसीआर। फरीदाबाद में कोरोना के चलते निजी अस्पतालों ने कोरोना संक्रमित मरीजों से इलाज के नाम पर मोटी रकम वसूलने का काम किया था जिसकी शिकायत फरीदाबाद डीसी को मिलने के बाद फरीदाबाद Dc ने कई अस्पतालों का दौरा किया इस बीच अस्पतालों में कमी पाए जाने को लेकर डीसी साहब ने अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की और उनका कोविड- लाइसेंस रद्द कर दिया साथ ही मरीजों से लिया एक्स्ट्रा अमाउंट भी वापस करने के आदेश दिए।
तस्वीरों में दिखाई दे रहा है नजारा फरीदाबाद बल्लभगढ़ के निजी अस्पताल का है जहां पर कोरोना काल के दौरान कोरोना मरीजों से इलाज के नाम पर मोटी रकम वसूलने का काम किया जा रहा था जिसकी शिकायत मिलने पर फरीदाबाद उपायुक्त ने निजी अस्पताल के कोविड- का लाइसेंस रद्द कर दिया साथ ही उस पर कार्रवाई करते हुए मरीजों से लिए हुए एक्स्ट्रा अमाउंट को वापस करने के आदेश दिए जिसको लेकर आज बल्लभगढ़ सिविल अस्पताल में निजी अस्पताल द्वारा कोविड- मरीज के परिजनों को एक्स्ट्रा अमाउंट वापस करने के लिए बल्लभगढ़ सिविल अस्पताल एसएमओ कार्यालय पहुंचे और लगभग 1 घंटे तक लंबी बैठक के बाद मरीज के परिजनों को लगभग 3 लाख अमाउंट का चेक के माध्यम से वापस किया गया साथ ही बचे हुए अमाउंट को जल्द ही देने की बात की।
इस बीच कांग्रेस नेता बलजीत कौशिक की माने तो ऐसे अस्पतालों के खिलाफ प्रशासन की ओर से समय-समय पर कार्रवाई होनी चाहिए ताकि निजी अस्पतालों के हौसले बुलंद ना हो और गरीब जनता को ना लूट सके।
वही बल्लभगढ़ एसएमओ टीसी गढ़वाल की माने तो डीसी साहब की तरफ से उन्हें आदेश मिले थे कि बल्लभगढ़ के एक निजी अस्पताल द्वारा कोरोना काल में मरीजों से इलाज के नाम पर मोटी रकम वसूली जा रही थी इसी को लेकर डीसी साहब की तरफ से उस निजी अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया गया साथ ही इलाज के दौरान मोटी रकम वसूलने पर रकम वापस करने के भी आदेश दिए गए थे और उसी को लेकर आज निजी अस्पताल की तरफ से कोरोना मरीज के परिजनों को इलाज के दौरान लिए गए एक्स्ट्रा चार्ज को वापस करने के लिए निजी अस्पताल के मालिक और उनकी टीम को बुलाया गया था।