-दिल्ली दर्पण ब्यूरो
अशोक विहार। नार्थ वेस्ट जिले में महिला सुरक्षा की जिम्मेदारी जिले की ही महिला बीट कांस्टेबल संभाल रही है। जिला डीसीपी उषा रंगनानी का फोकस सुनियोजित क्राइम रोकने के साथ साथ महिला सुरक्षा भी पर बहुत अधिक दिखाई दे रहा है। महिलाओं की सुरक्षा और उन्हें उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के मकसद से जिले के हर थाना स्तर पर एक बीट अफसर तैनात की गयी है। डीसीपी उषा रंगनानी का ध्यान महिला वरिष्ठ नागरिकों पर भी खासा है जिन्हे मदद और देखभाल की जरूरत है। जिले के ये बीट कांस्टेबल बेटी की तरह बनकर महिला बुजुर्ग नागरिकों की सुरक्षा का ध्यान और उनका ख्याल रख रही है। बुधवार को भी इन महिला बीट कॉन्स्टेबल्स ने अपनी महिला वरिष्ठ नागरिकों से बात की। एक पारिवारिक माहौल में उनसे उनकी समस्यों पर बातचीत की और उनका निवारण भी किया।
ये समस्याएं बेशक छोटी -छोटी थी लेकिन उनके लिए बड़ी परेशानी का सबब बनी हुयी थी। इन महिला बीट कांस्टेबल ने वरिष्ठ महिला नागरिकों को उनकी सुरक्षा के बारें में भी जागरूक किया। महिला बीट कांस्टेबल ने इन वरिष्ठ महिला नागरिकों को दिल्ली पुलिस की अलग अलग योजनाओं जैसे दिल्ली पुलिस की आँख और कान योजना ,पड़ोस योजना के साथ साथ पुलिस की वरिष्ठ नागरिकों की ऐप के बारें में भी बताया। ठगी और अपराध प्रवृति के लोग बुजुर्गों विशेषकर बुजुर्ग महिलाओं की उम्र और मानसिक शारीरिक कमजोरी का लाभ उठकर उन अपना शिकार बनाते है। नार्थ वेस्ट की बीट महिला कांस्टेबल ने उन्हें समझाया की “क्या करना चाहिए और न करें”। इन बीट कांस्टेबल बेटियों द्वारा अपने क्षेत्र में एकेले रह रही बुजुर्ग महिलाओं पर भी विशेष ध्यान दिया है। बात उनकी समस्याओं की हो या फिर मूलभूत सुविधाओं की, ये नियमति रूप से इन सबका ध्यान रखती है, समय समय पर इनसे संवाद करती है ।
यह सब इतना आसान नहीं है लेकिन सोशल मीडिया ने यह बहुत आसान बना दिया। डीसीपी नार्थ वेस्ट उषा रंगनानी के अनुसार ” प्रत्येक पुलिस थाने में बीट कांस्टेबल और वरिष्ठ महिला के बीच संवाद और शिकायतों के निवारण के लिए एक व्हाट्सअप ग्रुप बनाया गया है। इस व्हाट्सअप ग्रुप के जरिये ये तत्काल वरिष्ठ महिलाओं पर ध्यान से सकती है।
नार्थ वेस्ट जिले के हर थाने में एक महिला बीट निर्धारित की गयी है। इस बीट पर महिला कांस्टेबल को ही तैनात किया गया है। जिले भर के ये 46 महिला बीट कांस्टेबल महिलाओं की सुरक्षा का ध्यान रखती है। ईआरवी, क्यूआरटी, मोटरसाइकिल, स्कूटी पर पूरी संजीदगी और सतर्कता से अपने अपने क्षेत्र में गश्त करती हैं। महिलाओं की शिकायतें सुनाने और उनका समाधान करने उनके दरवाजे तक पहुँचती है। युवा महिलाओं को सुरक्षा और आत्म रक्षा के लिए प्रेरित और प्रशिक्षित करती है। ताकि वे हर विषम परिस्थिति में उनमें आत्म विश्वाश और आत्मबल बना रहे और वे अपनी रक्षा कर सकें।अब इसे जिले में महिला डीसीपी का महिलाओं के प्रति ज्यादा चिंता मानें या फिर डीसीपी उषा रंगनानी के काम काज का तरिका , जिले में पुलिस पूरी तरह सतर्क है। खासकर महिलाओं के प्रति जो संजीदगी और सतर्कता नजर आ रहे है वह वरिष्ठ महिला नागरिकों को बहुत भा रही है। ये डीसीपी का आभार जता रहे है तो महिला बीट कांस्टेबल बेटियों पर आशीर्वाद लूटा रहे है।