बबीता चौरसिया
नई दिल्ली। बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली सरकार ने हाल ही में रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान की शुरूआत की है। जिससे दिल्ली के अंदर होने वाले प्रदूषण को कम किया जा सके। दिल्ली सरकार के इस अभियान पर दिल्ली कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने सरकार को घेरा है।
उनका कहना है, “दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का अभियान रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ यह साबित करता है कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण का कारण पड़ोसी राज्यों में जलाई जाने वाली पराली नहीं बल्कि गाड़ियों के धुएं और डस्ट से प्रदूषण अधिक होता है। जिसके लिए दिल्ली सरकार रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान चला रही है।”
ये भी पढ़ें – पिछले साल 28 मार्च के बाद से दर्ज किये गए सबसे काम नए COVID –19 मामले
कांग्रेस का कहना है कि दिल्ली सरकार इस अभियान पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। अगर यही पैसे वह सार्वजानिक परिवहन व्यवस्था बढ़ाने और धूल-मिट्टी के नियंत्रण पर खर्च करती तो दिल्ली में प्रदूषण की इतनी समस्या नहीं होती। प्रदूषण की असली वजह प्राइवेट वाहनों की बढ़ती संख्या है। उन्होंने कहा, 100 ट्रैफिक लाइटों पर 2500 मार्शल दिल्ली सरकार ने तैनात किए है। यह अभियान दिल्ली में पहली बार नहीं चलाया जा रहा है, इसलिए इसका ज्यादा लाभ दिल्लीवासियों को नहीं मिलेगा।
अनिल चौधरी ने आप सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि “मुख्यमंत्री केजरीवाल के पास कोई ठोस रणनीति नहीं है प्रदूषण से निपटने के लिए। दिल्ली में प्रदूषण स्तर बढ़ते ही जिम्मेदार पड़ोसी राज्यों की जलने वाली पराली हो जाती है और जैसे ही प्रदूषण थोड़ा कम होने लगता है तो खुद की पीठ थपथपाने लगते हैं। जवाबदेही के लिए कोई और जिम्मेदार और श्रेय लेने के लिए सबसे आगे खुद हो जाते है।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा यूटयूब चैनल दिल्ली दपर्ण टीवी (DELHI DARPAN TV) सब्सक्राइब करें।
आप हमें FACEBOOK,TWITTER और INSTAGRAM पर भी फॉलो पर सकते हैं।