-दिल्ली दर्पण ब्यूरो
रोहिणी। आउटर जिले के रोहिणी साउथ थाना पुलिस एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह को दबोचा है। गिरफ्तार लोगों में दिल्ली के कादीपुर गांव का रहने वाला 50 वर्षीय लव कुमार उर्फ़ डब्बू, लुधियाना पंजाब निवासी आशु अरोड़ा और 62 वर्षीय रजनी अरोड़ा है। रोहिणी साउथ थाना पुलिस को शशि बत्रा नाम की महिला ने ठगी की शिकायत दी थी। शिकायत के अनुसार 25 जनवरी को एक शख्स पीड़त महिला शशि के पास आया और किसी का अड्रेस पूछा। इसी दौरान के महिला उसके पास आयी और उसने शशि से कहा की क्या आप इन्ही जानती है ? ये राधा स्वामी के बहुत बड़े भक्त है। वे दोनों महिला को बातों बातों में के पार्क में ले गए और उनसे उसकी सोने की रिंग ,एअर रिंग और चूड़ियां ले ली। इसके बाद उन्होंने के रुमाल में बांधकर देते हुए कहा कि घर पहुंचकर इसे बिस्तर पर अपने तकिये के निचे रख देना। घर पहुंचकर महिला ने रुमाल खोलकर देखा तो उसमें सोने की जगह लोहे की चूडियाना निकली।
रोहिणी साउथ थाना पुलिस ने मामला दर्ज़ कर सुब इंस्पेक्टर पप्रशांत कुमार को जांच का जिम्मा सौपा और मामले की जांच के लिए एक क्रैक टीम बनाई जिसमें एसआई वीरेंद्र कुमार सिंधु ,सिपाही बलजीत ,आशीष को रखा गया। इस टीम ने मौका-ए-वारदात और उसके आस पास की सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो पता लगा के ठगी करने वाले लाल रंग की स्पार्क कार में आये थे। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आने जाने वाले सभी रोड्स का रुट बनाया और उसकी तलाश शुरू तो उस कार का नंबर पुलिस को मिल गया। लाल रंग की यह स्पार्क गाड़ी बुराड़ी इलाके के कुलवंत सिंह नाम के शख्स के नाम थी। कुलवंत ने यह गाडी जोगेंद्र सिंह को और जोगेंद्र ने लव कुमार उर्फ़ डब्बू को बेच दी थी। पुलिस ने लव कुमार की तलाश कर उसे घर के बहार गाडी सहित उस समय दबोच लिया जब वे तीनो के और वारदात को अंजाम देने जा रहे थे।
पुलिस ने इन्हे गिरफ्तार कर उनसे ठगी की ज्वैलरी भी बरामद की है। इनसे हुयी पूछताछ में इन्होने स्वीकार किया कि इस गैंग ने इससे पहले हरियाणा के फरीदाबाद ,राजस्थान के हनुमान गढ़ ,और पंजाब के मोहाली में भी इस तरह की ठगी की वारदात को नजाम किया है। दो महीने पहले भी इन्होने चंडीगढ़ में चार सोने की चूड़ियां एक महिला से ठगी हथियाई है। आरोपी रजनी अरोड़ा आदतन अपराधी है और न्यायिक हिरासत में 6 साल जेल में भी रह चुकी है। रजनी के पति का कुरुक्षेत्र में देहांत हो चुका है। जेल से आने के बाद इसने फिर से लव को कॉन्टेक्ट किया और फिर से ठगी की वारदातों को अंजाम देने लगी। आरोपी पर भी कई मामले दर्ज़ है। लव कुमार रजनी और उसके पति अरोड़ा का 6 साल से ड्राइवर है। लव भी एक साल जेल में रह चुका है। जेल से आने के बाद फिर से रजनी के साथ वारदातों को अंजाम देने लगा। इस घटना के लिए लव ने 70 हज़ार रुपये में सेकंड हैंड कार और गाडी से वारदातों को नजाम देने जाता था। तीसरा आरोपी आशु अरोड़ा रजनी अरोड़ा की बेटी का बेटा है.आशु के माता पिता का बचपन में ही देहांत हो गया था। रजनी ने ही इसे पाल पोसकर बढ़ा किया। कोरोना में इसकी नौकरी गयी तो यह भी रजनी के साथ ही वारदात को अंजाम देने लगा। पुलिस ने कब्जे से भारी मात्रा में सोने की ज्वैलरी बरामद की है।