-दिल्ली दर्पण ब्यूरो दिल्ली
दिल्ली की मुंडका विधान सभा के विधायक धर्मपाल लकड़ा का दर्द है की वे अपने इलाके की बदहाली को दूर नहीं कर पा रहे है। वजह उनकी अपनी ही सरकार के मंत्री उनकी नहीं सुन रहे है। दिल्ली दर्पण टीवी पर इलाके की भयावह स्थिति बार बार दिखाए जाने के बाद विधायक साहब ने दिल्ली दर्पण टीवी का धन्यवाद किया की वे उनकी समस्या को अधिकारीयों और दिल्ली सरकार तक पहुंचने की कोशिस कर रहे है।
मुंडका विधायक धर्मपाल लकड़ा ने दिल्ली दर्पण से बात करते हुए हैरानी व्यक्त की कि पता नहीं बार बार शिकायत करने के बावजूद उनकी अधिकारी और उनके मंत्री सतेंद्र जैन उनकी बात सुन नहीं रहे है। मुंडका की हालत को खुद दिल्ली विधान सभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने भी देखा है। कई बार मंत्री मुख्यमंत्री को वे पत्र लिख चुके है। मंत्री साहब को मिल चुकें है। लेकिन पता नहीं क्यों वे मुंडका के साथ सौतेला व्यवहार कर रहे है। धर्मपाल लकड़ा ने कहा की यदि मुंडका की समस्याओं पर सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो इसका खामियाजा हमें आगामी दिल्ली नगर निगम चुनाव में भुगतना पड़ सकता है। कराला-कंझावला रोड और रोहतक रोड कई गावों और विधानसभाओं के लोगों को प्रभावित करता है।
विधायक धर्मपाल लकड़ा ने कहा कि समस्त मुंडका क्षेत्र में जल निकासी सिस्टम बिलकुल ध्वस्त हो चुका है। इलाके की हर गांव गली जल मग्न है। अब तो जलभराव की वजह से लोगों के घर भी गिरने लगे है। दिल्ली का सबसे व्यस्त और बहादुरगढ़ को दिल्ली से जोड़ने वाला रोहतक रोड बदहाल है। वहीं रोहिणी से कंझावला जाने वाला रोड तो कई सालों से बदहाल है। इस रोड के लिए कई बार अधिकारीयों से मीटिंग की। कई योजनाएं तैयार हुयी लेकिन किसी न किसी वजह से काम अटका ही रहा।
गौरतलब है की मुंडका का जैन नगर,भाग्य विहार ,रानी खेड़ा ,मुंडका गावं ,मदन पुर ,शिव विहार,आनंद पुर धाम,आदि गावों में जलभराव की स्थिति इतनी भयावह है की इस समस्या से गुस्साए लोगों ने कई बार धरने प्रदर्शन भी किये। यहाँ दो ही मुख्य मार्ग है ,एक रोहतक रोड और दूसरा कराला -कंझावला रोड। दोनों ही सड़कें इतनी बदहाल है की राहगीरों को रुला देती है। वहां खराब हो जाती है। डीटीसी बसें तो आयें दिन सड़कों पर खराब हालत में खड़ी नजर आती है। धर्मपाल लकड़ा ने कहा कि लोगों का गुस्सा,उनकी नाराजगी अपनी जगह बिलकुल जायज है। मुंडका की इस समस्या को ठीक करने के लिए भारी भरकम बजट की जरूरत है। इस बारें में वे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और मंत्री सतेंद्र जैन को कई बार पत्र लिख चुकें है। उन्होंने कहा की उनके पास इसके अलावा कोई और विकल्प नहीं है। वे बार बार मुख्यमंत्री और मंत्री को पत्र लिखते रहेंगे ,उन्हें मिलकर मामले की गंभीरता से अवगत करते रहे। उन्हें उम्मीद है इस पर सरकार जल्द ही संज्ञान लेगी।