दुनियाभर में आज ही के दिन वर्ल्ड किडनी डे मनाया जा रहा है। यह खास दिन हर साल मार्च के दूसरे गुरुवार को मनाया जाता है। इस खास दिन को मनाने के पीछे लोगों को किडनी की सेहत से जुड़े तथ्य और मिथक के प्रति जागरूक करने का उद्देश्य है।
आजकल लोगों में किडनी की पथरी (Kidney Stone) होना एक आम समस्या हो गई है। जिसका कारण शरीर में पानी की कमी या फिर पारिवारिक इतिहास बताया जाता है। किडनी में स्टोन के लिए कई और कारण भी जिम्मेदार हो सकते हैं।
1 – डायबिटीज रोगियों को किडनी स्टोन का खतरा ज्यादा बना रहता है। ऐसा इसलिए क्योंकि जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या रहती है या जो लोग अनियंत्रित ब्लड शुगर की समस्या से परेशान रहते हैं उनके यूरिन में एसिड की मात्रा non-diabetic सामान्य लोगों की तुलना में ज्यादा पाई जाती है, जिससे पथरी की समस्या हो सकती है।
2 – खानपान की गलत आदतों के कारण भी किडनी में स्टोन की समस्या हो सकती है। जो व्यक्ति अपनी डाइट में हाई कैलोरी और हाई सॉल्ट फूड्स का सेवन करते हैं। उन्हें किडनी स्टोन की समस्या हो सकती है।
3 – हार्मोन के असंतुलन के कारण भी किडनी स्टोन की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। हमारे शरीर में पैराथायराइड ग्रंथि मौजूद है जो कि थायराइड ग्रंथि के पास स्थित है। यह ग्रंथि शरीर में मौजूद कैल्शियम के स्तर को नियंत्रित करने का काम करती है। ऐसे में जब ये ग्रंथि अपना काम सही तरीके से नहीं कर पाती तो ब्लड में कैल्शियम की मात्रा बढ़ सकती है, जिससे यूरिन में भी कैल्शियम का उत्सर्जन बढ़ सकता है और किडनी स्टोन की समस्या हो सकती है।
4 – शरीर में पानी की कमी के कारण भी पथरी की समस्या हो सकती है। अक्सर व्यक्ति सामान्य मात्रा की तुलना में कम पानी का सेवन करता है, जिससे शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। यह समस्या होने पर यूरिन का निर्माण कम हो जाता है।इसके अलावा यूरिन में सॉल्ट की मात्रा ज्यादा पाई जाती है। यह सॉल्ट किडनी में क्रिस्टल का रूप ले लेता है, जिसके कारण किडनी स्टोन की समस्या हो सकती है।
दिल्ली के होम्योपैथिक एक्सपर्ट डॉ. पंकज अग्रवाल का कहना है. कि वर्क फ्रॉम होम होने की वजह से आजकल लोग घंटों एक जगह पर बैठकर काम करते रहते हैं। लंबे समय तक एक ही जगह बैठे रहने से किडनी पर बुरा असर पड़ता है। जो आगे चलकर कई बार किडनी स्टोन का कारण बनता है। ऐसे में काम करते समय थोड़ी-थोड़ी देर में घर का एक चक्कर जरूर लगा लें। अपनी दिनचर्या में फिजिकल एक्टिविटी को शामिल करना न भूलें।