Saturday, December 28, 2024
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बदहाली और भ्रष्टाचार का नमूना है अशोक विहार ग्रीन बेल्ट में बना आई ब्लाक का पार्क

चरण सिंह राजपूत \ दिल्ली दर्पण टीवी
नई दिल्ली।

हरी घास की जगह दिखाई देती है बंजर जमीन, सिंचाई न होने से सूखे पड़े हैं पेड़-पौधे, जगह जगह से टूटे पड़े हैं पानी के पाइप और फुटपाथ अधिकारी और ठेकेदार डकार जाते हैं पार्क पर लगने वाला पैसा अशोक विहार फेडरेशन के अध्यक्ष एच.सी. गुप्ता ने डीडीए पर लगाया पार्क की अनदेखी करने का आरोप, सूखे पत्तों के जलाने से पेड़ों के झुलसने की बताई बात  दिल्ली दर्पण टीवी उत्तरी दिल्ली। अशोक विहार में पार्कों पर खर्च होने वाला पैसा डीडीए के अधिकारियों और ठेकेदारों के डकार जाने से पार्क बदहाल स्थिति में हैं।

दिल्ली दर्पण टीवी की टीम ने जब शनिवार की सुबह ग्रीन बेल्ट में बने आई ब्लाक पार्क का जायजा लिया तो पार्कों में साफ़ सफाई की जगह गंदगी की भरमार दिखाई दी। स्थानीय लोगों से बात करने पर पता चला कि पेड़ों से गिरने वाले सूखे पत्तों को जलाने से पार्क में पेड़ पौधे झुलस गए हैं। अशोक विहार फेडरेशन के अध्यक्ष एच.सी. गुप्ता ने दिल्ली दर्पण टीवी को बताया सूखे पत्तों के जलने से न केवल प्रदूषण फैलता है बल्कि जहरीली गंध भी लोगों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाती है। उनका कहना था कि छुट्टी होने की वजह से सूखे पत्ते शनिवार की रात या फिर रविवार की सुबह को जलाते हैं। उनका कहना था कि पौधों की सिंचाई के लिए पानी की दुरुस्त व्यवस्था नहीं है। 

पार्क के माली पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि शनिवार की रात या फिर रविवार की सुबह सूखे पत्तों में आग लगा दी जाती है, जिससे न केवल प्रदूषण फैलता है बल्कि जहरीली गंध भी लोगों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाती है। पत्तों में आग लगने से पेड़ पौधे झुलस गए हैं। उन्होंने बताया कि पत्तों के जलने का तर्क भी बड़ा बेहूदा दिया जाता है। जब इस मामले की बात माली से की गई तो उसने पार्क में घुमने वाले लोगों के फेंकी गई बीड़ी से आग लगना बताया। उन्होंने प्रश्नात्मक लहजे में कहा कि क्या बीड़ी से एक दिन में पांच जगह सूखे पत्तों में आग लग सकती है ? गुस्से में दिखाई दे रहे अध्यक्ष ने डीडीए को चेतावनी दी है कि यदि समय रहते पार्क की बदहाल हालत में सुधार न हुआ तो वे आगे भी शिकायत करने नहीं हिचकेंगे। 

दरअसल पार्कों के सौंदर्यीकरण के लिए डीडीए से मोटा पैसा मिलता है पर यह पैसा पार्कों पर न लगकर अधिकारी और ठेकेदारों की जेबों को गरम करता है। वैसे पार्कों में ठेके पर निजी गार्ड, माली स्वीपर सब रखे हैं पर काम करने के नाम पर कोई दिखाई नहीं देता है। पार्कों को देखने से पता चलता है कि इन पर काम न के बराबर ही होता है। फुटपाथ न केवल जगह जगह से टूटी पड़ी है बल्कि बल्कि उस पर गंदगी का आलम या यह है कि इस चलना मुश्किल है। सूखे पत्तों में आग लगाने की वजह से सूखे पेड़ भी झुलसे पड़े हैं। जगह स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद कई जगह से सूखे पत्तों को तो ढक दिया गया है पार्क की बदहाली में कोई खास सुधार नहीं हुआ है। दरअसल दिल्ली दर्पण टीवी ने अशोक विहार में स्थित पार्कों का जायजा लेने का एक अभियान छेड़ा है। इस अभियान के तहत दिल्ली दर्पण टीवी की टीम विभिन्न पार्कों में जा रही है और लोगों से पार्क की स्थिति पर बात कर रही है।

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