Thursday, November 7, 2024
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मगरमच्छों पर हाथ डालने से कतरा रहा है नगर निगम

नई दिल्ली। दिल्ली दर्पण टीवी में अब्दुल जाकिर का मामला उठने के बाद, दूसरे सात दुकानदारों के बिजली कनेक्शन तो काट दिए गए पर 200 अवैध फैक्ट्रियों और अशोक विहार में चल रहे ब्रांडों पर नहीं हुई कोई कार्रवाई  दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो नई दिल्ली।  दिल्ली दर्पण टीवी के वजीरपुर गांव के अब्दुल जाकिर का बिजली कनेक्शन काटने का मामला उठाने के बाद भले ही दूसरी सात दुकानों के बिजली कनेक्शन काट दिए गए हों पर क्षेत्र में चल रही 200 अवैध फैक्ट्रियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ये सात दुकानदार तो छोटा मोटा काम कर रहे थे। दिल्ली दर्पण में प्रकाशित खबर में तो धड़ल्ले से चल रही 200 अवैध फैक्ट्रियों का भी हवाला दिया था। साथ ही अशोक विहार की मुख्य रोड पर बड़े-बड़े ब्रांड के बेसमेंट में चलने की बात भी प्रमुखता से लिखी गई थी।  मतलब नगर निगम का जोर बस आम लोगों पर ही चलता है मगरमच्छों पर हाथ डालने की हिम्मत संबंधित अधिकारी नहीं कर पाते हैं। 

दरअसल दिल्ली दर्पण टीवी ने नगर निगम में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए वजीरपुर गांव के एक 2019 के मामले को उठाते हुए आठ लोगों में से एक अब्दुल जाकिर के बिजली कनेक्शन कटने की बात प्रकाशित की थी। इस खबर में अधिकारियों और नेताओं की मिलीभगत के चलते क्षेत्र में लगभग 200 अवैध फैक्ट्रियों से लाखोँ रुपए के वारे न्यारे होने के बात कही गई थी। इस खबर में 2019 में वजीरपुर गांव के अब्दुल बर्ल, अब्दुल ज़ाकिर, नारायण पाल, धर्मबीर, जयपाल खर्ल, गोपाल, पवन और निजामुद्दीन के लाईसेन्स के लिए नगर निगम में आवेदन देने का हवाला दिया गया था। नगर निगम के इन सभी आवेदनों को रद्द कर इन सभी दुकानों को अवैध बताते की बात कही गई थी। निगम निगम के एनडीपीएल को इनके बिजली कनेक्शन काटने के आदेश की बात प्रमुखता से उठाई गई थी।दिल्ली दर्पण ने एनडीपीएल के मात्र अब्दुल जाकिर का ही बिजली कनेक्शन काटने पर सवाल खड़ा किया था। उत्तरी नगर निगम पर संस्थागत भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। क्षेत्र में चल रही 200 अवैध फैक्ट्रियों का हवाला देते हुए अधिकारियों और स्थानीय के इन फैक्ट्रियों से  लाखों रूपए कमाने की बात कही गई थी। अशोक विहार की मुख्य रोड पर बड़े-बड़े ब्रांड बेसमेंट में चलने का मुद्दा उठाया था।  इस खबर के प्रकाशित होने पर सात आम दुकानदारों को तो नाप दिया गया पर 200 अवैध फैक्ट्रियों के साथ ही अशोक विहार में बेसमेंट में चल रहे ब्रांडों का कुछ नहीं बिगड़ा।

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