Saturday, July 27, 2024
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एनडीएमसी कान्वेंशन सेंटर में हुआ सीता नवमी महोत्सव

एनडीएमसी कान्वेंशन सेंटर में हुआ कार्यकर्म

मंगलवार को सीता नवमी महोत्सव का आयोजन हुआ

मुख्य अतिथि साध्वी नीरंजन ज्योति मौजद रही

महोत्सव के मुख्य आयोजक रहे अजय भाई

पुनीत गुप्ता ,दिल्ली दर्पण टीवी

नई दिल्ली।। नगर पालिका परिषद कन्वंशन सेंटर में मंगलवार को त्रिवेणी सेवा मिशन द्वारा सीता नवमी महोत्सव का आयोजन हुआ। अजय भाई जी द्वारा आयोजित इस महोत्सव में केंद्रीय मंत्री साध्वी नीरंजन ज्योति के साथ लोकसभा संसद मनोज तिवारी , हंसराज हंस भी मौजूद रहे , साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा की भारत की सभी नारिया सीता समतुल्य है जीवन के सभी संघर्षो को कैसे पार करना है यह भारत देश की प्रत्येक महिला ने माँ सीता से सीखा है।


आपको हम बता दें कि  माना जाता है कि एक बार मिथिला में भयंकर अकाल पड़ा था उस समय मिथिला के राजा जनक थे। वे बहुत ही ज्ञानी एवं पुण्यात्मा थे। वे प्रजा के हित में धर्म कर्म के कार्यों में बढ़ चढ़कर रूचि लेते थे। ऋषि-मुनियों ने उन्हें सुझाव दिया कि यदि राजा जनक स्वयं हल चलाकर भूमि जोते तो देवराज इंद्र की कृपा से ये अकाल दूर हो सकता है। प्रजा के हित में राजा ने खुद हल चलाने का निर्णंय लिया। हल चलाते-चलाते एक जगह आकर हल अटक गया। राजा ने देखा कि एक सुंदर स्वर्ण कलश है जिसमें हल की नोक अटकी हुई है। कलश को बाहर निकाला तो उसमें एक अति सुन्दर दिव्य ज्योति लिए नवजात कन्या है। धरती मां के आशीर्वाद स्वरूप राजा जनक ने इस कन्या को अपनी पुत्री के रूप में स्वीकार कर लिया क्योंकि, हल की नोक को सीत कहा जाता है इसलिए राजा जनक ने इस कन्या का नाम सीता रखा गया। जहां पर उन्होंने हल चलाया वे स्थान वर्तमान में बिहार के सीतामढ़ी के पुनौरा राम गांव को बताया जाता है।

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विश्व हिन्दू परिषद् के राष्ट्रिय अध्यक्ष अलोक कुमार और विश्व के अलग लग २२ देशों के उच्चायुक्त और उनके प्रतिनिधि भी इस कार्यकर्म के साक्षी बने जिनको पगड़ी पहना कर अभिवादन भी किया।
 जैसे ही अजय भाई के साथ सांसद मनोज तिवारी और हंस राज हंस ने अपनी सूफी आवाज में सीता पाठ का गायन शुरू किया पूरा ऑडिटोरियम सितमय में रम गया।


सीता नवमी के आयोजक अजय भाई ने कहा कि वर्मन में मिथिलांचल ,पूर्वांचल ,जनकपुर को छोड़कर अधिकांश लोग इस त्यौहार को भूल चुके है उन्होंने कहा कि यह आयोजन ऐसे ही विलुप्त होते हुए त्योहारों को पुनर्जीवित करने की एक मुहीम है ,उन्होंने आगे कहा की नारी जननी है नारी शक्ति है ,दिप प्रज्वलन के साथ शुरू हुए कार्यकम में अजय भाई ने संगीतमय सीता चरित लोगों को सुनाया ,उन्होंने कहा की सीता के बिना रामकथा अधूरी है।


महोत्सव में पहुंचे कई राम भक्तों ने सीता चरित पाठ पहली बार सुना , पहली बार ऐसे महोत्सव में शामिल हुए , इस महोत्सव का हिस्सा बनने पर उनकी ख़ुशी साफ़ देखी जा सकती थी।

अंत में अजय भाई ने कहा कि आज युवा मदर्स डे मना रहे है जबकि उनके पास जगतमाता सीता के जन्म का पावन दिन है जहां वह पानी माँ और समस्त महिलाओं की सुजनता को नमन कर सकते हैं , आने वाले कुछ सालों में हम और राज्यों में भी सीता महोत्सव को लेकर जायेंगे।

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