-राजेंद्र स्वामी ,
दिल्ली। ” सोमवार एक अगस्त को कोई भी स्कूल कैब चालक बच्चों को लेकर सड़क पर आएगा तो उसकी गाडी से तोड़फोड़ हो सकती है। बच्चों को हानि हो सकती है। ऐसे में सभी अभिभावकों से अपील है की वे एक अगस्त को अपने बच्चों को स्कूल से लाने और ले जाने का काम खुद ही करें।” यह वह सन्देश है जिसने निजी स्कूल कैब से स्कूल जाने वाले बच्चों के अभिभावकों की नींद उड़ा दी है। यह सन्देश स्कूल कैब ड्राइवर के मोबाइल फ़ोन पर भी वायरल है। जिसमें कथितरूप से यह स्कूल कैब एसोसिएशन की ओर से भेजा गया है। इस मैसेज की कई स्कूल कैब चालकों ने पुष्टी भी की है।
यह चेतावनी केवल व्हाट्सअप में सूचना सन्देश के रूप में ही नहीं बल्कि अशोक विहार ,पीतम पूरा, शालीमार बाग़, रोहिणी आदि इलाकों से कई विडिओ भी हमारे पास आयी है। इसमें स्कूल कैब ड्राइवर ऐलान कर रहीं है कि वे एक अगस्त को सभी निजी कैब ड्राइवर हड़ताल रहेंगे। सभी इस हड़ताल को सफल बनाने में सहयोग करें। इनका कहना है की दिल्ली ट्रेफिक पुलिस और 5 नंबर वाले ( ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी ) वाले बिना कमर्शियल कैब वालों के 15 से 20 हज़ार रुपये के चालान कर रहे है। वे अपने गाड़ियों को कमर्शियल में कन्वर्ट करना चाहतें है लेकिन ट्रांसपोर्ट विभाग उनकी कैब को कमर्शियल वहां में तब्दील नहीं कर रहे है। वे आवेदन तो लेते है लेकिन कह रही है कि जब यह प्रक्रिया शुरू होगी तो सूचित किया जाएगा।
इनका कहना है कि एक तरफ ऑथरिटी वाले स्कूल कैब को कमर्शियल में तब्दील करने की प्रक्रिया शुरू नहीं कर रहे है दूसरी तरफ सड़क पर चलने पर भारी भरकम चालान कर रहे है। यह स्कूल कैब चालकों पर अत्याचार है। इस जुल्म के विरोध में वे सभी एक दिन की संकतिक हड़ताल पर जा रहे है। इसके लिए सभी अभिभावकों को भी सूचित किया गया है की वे अपने बच्चों को ड्राप और पिक करने की जिम्मेदारी खुद निभाएं। साथ ही स्कूल कैब चालकों को भी चेतावनी दी है की यदि वे बच्चों को लेकर रोड पर आये तो उनके साथ मारपीट और तोड़फोड़ भी हो सकती है।