-दिल्ली दर्पण ब्यूरो
दिल्ली के पीतमपुरा स्थित राइजिंग स्टार अकादमी स्कूल में बड़े पैमाने पर हुए अवैध निर्णाम पर पिछले तीन दिन से लगातार हथोड़ा चल रहा है। पीतम पूरा के इस जाने माने स्कूल हुयी इस करवाई से नार्थ दिल्ली के कई निजी स्कूल में हड़कंप मचा हुआ है। उन्हें डर है कहीं विभाग की नजर उनके स्कूल पर भी न पड़ जाये।
राइजिंग स्टार अकादमी स्कूल के खिलाफ कई शिकायतें शिक्षा विभाग और डीडीए में चल रही है। इन्हे शिकायतों में से एक शिकायत स्कूल में बड़े पैमाने पर हुए अवैध निर्माण की भी है। इन शिकायतों के 6 माह बाद ही सही ,इस पर एक्शन हुआ है और स्कूल में अस्थाई शैड रूम को तोड़ा जा रहा है। हालांकि इस करवाई को शिकायतकर्ता केवल दिखावटी करवाई बता रहा है और स्कूल में नए हुए अवैध निर्माण पर कोइ करवाई नहीं की गयी है।
दिल्ली दर्पण टीवी को प्राप्त शिकायत में कहा गया है कि स्कूल में यूनिफार्म रूम ,स्टोर रूम, फीस रूम ,आर्ट एंड क्राफ्ट रूम आदि कई अवैध निर्माण है लेकिन करवाई केवल चारदीवारी के साथ बने अस्थाई रूम पर हुई है। नाम न छापने की शर्त पर शिकायतकर्ता ने कहा की इन अवैध रूप से बने कमरों को स्कूल ने किराये पर दिया हुआ है। किसी में दुकान चल रही है तो किसी में मजदूर और अन्य स्टाफ रह रहा है।
कई अभिभावक भी इस बात से सहमत है की स्कूल तो इन अवैध निर्माण को किराये पर देकर पैसे कमा रहा है ,लेकिन इनके बिजली पानी का खर्च स्कूल के बच्चों की फीस से भरा जा रहा है। यह सब स्कूल करीब दो दशकों से कर रहा है लेकिन हैरानी की बात है की दिल्ली के शिक्षा विभाग की इस पर नजर आज तक क्यों नहीं गयी ?
बहरहाल गनीमत है की 6 माह बाद ही सही डीडीए और शिक्षा विभाग ने अपनी जांच में यह माना कि स्कूल अवैध निर्माण किया हुआ है। शिक्षा विभाग ने इस बाबत शिकायत प्राप्त होने के बाद डीडीए और शिक्षा विभाग ने शहरी विकास मंत्री के आदेश के बाद इसकी जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया। इस कमेटी में दो सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपल को इसकी जांच का जिम्मा सौंपा गया। जांच कमेटी की जांच में यह पाया गया कि स्कूल में टीन शेड के रूप में अवैध निर्माण है। लेकिन शिकायतकर्ता डीडीए और शिक्षा विभाग की इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है और इसे कॉस्मेटिक करवाई बता कर इसे चुनौती देने की बात कर रहे है।