बीजेपी मंदिर प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक करनैल सिंह ने हाथ उठाकर महिलाओं से लिवाया सनातन धर्म की रक्षा करने का संकल्प, चावड़ी बाजार चरखे बालान स्थित श्री राधे कृष्ण मंदिर को भूमाफिया के द्वारा कब्जाने का प्रयास, भक्तों में जबरदस्त आक्रोश
दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
नई दिल्ली। चावड़ी बाजार चरखे बालान स्थित 200 साल पुराने श्री राधा कृष्ण मंदिर को कब्जाने के विरोध में बीजेपी मंदिर प्रकोष्ठ ने पूरी तरह से मोर्चा संभाल लिया है। बीजेपी मंदिर प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक करनैल सिंह ने न केवल अव्यस्थित किये मंदिर का जायजा लिया बल्कि भक्तों को आस्वस्त भी किया कि अब मंदिर की एक इंच जमीन भी इधर से उधर नहीं होने दी जाएगी।
दिल्ली दर्पण से बात करते हुए करनैल सिंह ने वक्फ बोर्ड पर निशाना साधते हुए कहा कि सनातन धर्म के साथ खुद भगवान हैं। इसलिए कोई उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित भक्तों से हाथ उठाकर सनातन धर्म के लिए लड़ने का संकल्प लिवाया। उन्होंने महिलाओं से कहा की वे अपने बच्चों को सनातन धर्म और भगवान राम-हनुमान के बारे में विस्तार से बताएं।
करनैल सिंह ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक का उदाहरण देते हुए कहा कि जिन अंग्रेजों ने हमें 200 साल तक गुलाम बनाकर रखा, उन ब्रिटेनवासियों पर भारतीय मूल का नेता राज कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह सनातन धर्म की ही ताकत है कि अमेरिका की उप राष्ट्रपति भी भारतीय मूल की ही कमला हेरिस हैं। यह हिंदुओं की एकता ही है कि आज सनातन धर्म का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है।
मंदिर की जमीन कब्जाने की बात पर उन्होंने कहा कि जिस मंदिर में 200 साल से खुद भगवान विराजमान हों वह भला किसी इंसान का कैसे हो सकता है। जब शिवलिंग की जगह बदले और पुराने पुजारी को हटाकर नए पुजारी को बैठाने की शिकायत मंदिर में उपस्थित भक्तों ने की तो करनैल सिंह ने कहा कि जैसा बहनें निर्णय लेंगी वैसा है मंदिर में होगा। उपस्थित पुजारी के सामने ही उन्होंने उनके भी महिलाओं के निर्णय में साथ देने की बात कही।
इस अवसर पर मौजिज स्थानीय लोगों ने कहा कि सनातन धर्म को आगे बढ़ाने के लिए मंदिरों में नियमित रूप से समय देना होगा। उन्होंने सचेत किए किया कि यदि हम फिर से लापरवाह हो गए तो कहीं दूसरे धर्म के लोग फिर से देश पर कब्ज़ा न कर लें। मंदिर में उपस्थित महिलाओं ने दिल्ली दर्पण टीवी को बताया कि 200 साल पुराने मंदिर को भूमाफिया कब्जाना चाहते हैं। वे लोग किसी भी सूरत में मंदिर पर कब्ज़ा नहीं करने देंगी।