Delhi Health : दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बैठक में भी इसपर मुहर लग गई है। बता दें कि दिल्ली में कोविड मरीजों के लिए कुल 11 अस्पताल बन रहे हैं जिसमें कुल 10 हजार से अधिक बेड होंगे।
दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
दिल्लीवालों के लिए अच्छी खबर है। दिल्ली सरकार कोविड मरीजों के लिए बन रहे अस्पतालों में अब ओपीडी और सामान्य चिकित्सा सेवाएं भी उपलब्ध कराएगी। बीते दिनों स्वास्थ्य विभाग के साथ हुई बैठक में सरकार ने इसे हरी झंडी दे दी है।
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बैठक में भी इसपर मुहर लग गई है। बता दें कि दिल्ली में कोविड मरीजों के लिए कुल 11 अस्पताल बन रहे हैं जिसमें कुल 10 हजार से अधिक बेड होंगे। दरअसल, दिल्ली में जब कोविड महामारी चरम पर थी उस समय कोविड मरीजों के इलाज के लिए सात आईसीयू बेड वाले अस्पताल और चार नए अस्पताल बनाने का काम शुरू किया गया था। इसका मकसद दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए आईसीयू बेड की संख्या बढ़ाना था। अस्पतालों पर तेजी से काम चल रहा है।
तब सरकार इन अस्पतालों को सिर्फ कोविड मरीजों के इलाज के लिए ही बनवा रही थी। लेकिन, दिल्ली में अब कोविड का संक्रमण एक फीसदी से कम है। सक्रिय और गंभीर मरीजों की संख्या भी घट रही है। इसलिए निर्माणाधीन 11 अस्पतालों के सही उपयोग के लिए अब सरकार ने इन अस्पतालों में कोविड मरीजों के अलावा सामान्य बीमारियों की चिकित्सा के लिए ओपीडी शुरू करने का फैसला लिया है। बीते दिनों डीडीएमए की बैठक में मुख्य सचिव ने इन अस्पतालों में ओपीडी सेवा शुरू करने की जानकारी दी तो उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने भी इस पर सहमति जताई है।
घट सकती है बेड की संख्या
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक दिल्ली में बन रहे 11 अस्पतालों में कुल 10 हजार 73 नए बेड तैयार होंगे। इसमें सात अस्पतालों में 6836 आईसीयू बेड जबकि चार अस्पतालों में 3237 सामान्य ऑक्सीजन बेड होंगे। अब जबकि सरकार ने इन अस्पतालों में सामान्य चिकित्सा और ओपीडी की सेवाएं शुरू करने का फैसला किया है तो इन बेड की संख्या में थोड़ा बहुत बदलाव हो सकता है। क्योंकि अभी तक अस्पतालों का निर्माण सिर्फ कोविड मरीजों के लिए बेड तैयार करने के मकसद से हो रहा था। अब ओपीडी शुरू होने से इसमें बदलाव होंगे। कई अस्पतालों में मोर्चरी की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है।
बाहरी दिल्ली के इलाकों को सर्वाधिक फायदा
दिल्ली में बन रहे 11 अस्पतालों के निर्माण और उसमें ओपीडी सेवाएं शुरू होने से सबसे अधिक फायदा बाहरी दिल्ली, दक्षिणी पश्चिमी, पश्चिमी और उत्तरी दिल्ली के इलाकों को होगा। क्योंकि ज्यादातर अस्पताल उन्हीं इलाकों में बनाए जा रहे हैं। सरकार सिरसपुर, मादीपुर, हस्तताल, ज्वालापुरी, सुल्तानपुरी और शालीमार बाग में अस्पताल बनवा रही है।
इसके अलावा यमुनापार में चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय अस्पताल और जीटीबी में भी अस्पतालों का विस्तार करके बेड बढ़ाए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो दिसंबर 2023 तक सभी अस्पताल बनाकर तैयार कर दिए जाएंगे। यह चरणबद्ध तरीके से चालू होंगे। जैसे सबसे पहले सरिता विहार का 336 बेड के अस्पताल को इसी साल 31 अक्तूबर 2022 तक चालू करने का लक्ष्य रखा गया है। इसी तरह सुल्तानपुरी, शालीमार बाग को नवंबर व दिसंबर तक चालू करने की योजना है।
अस्पताल बेड काम पूरा (फीसदी) कब तक पूरा होगा
सरिता विहार 336 60 31 अक्तूबर 2022
सीएनबीसी 610 50 30 नवंबर 2022
सुल्तानपुरी 525 45 30 नवंबर 2022
शालीमार बाग 1430 50 31 दिसंबर 2022
जीटीबीएस 1912 45 31 दिसंबर 2022
रघुबीर नगर 1565 30 31 दिसंबर 2022
किराड़ी 458 — 28 फरवरी 2023
सिरसपुर 1164 48 30 सितंबर 2023
ज्वालापुरी 691 65 30 जून 2023
मादीपुर 691 57 30 जून 2023
हस्तताल 691 12 31 दिसंबर 2023
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(नोट : यह बेड की संख्या और काम पूरा होने का लक्ष्य सितंबर मध्य के दौरान तक का है।)