अरविंद केजरीवाल ने राजेंद्र पाल गौतम की जगह राजकुमार आनंद पर भरोसा जताया है। पहली बार विधायक बने आनंद को दिल्ली सरकार में मंत्री बनाया जाएगा। इसके लिए एलजी को पत्र भेज दिया गया है।
दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पहली बार विधायक बने राजकुमार आनंद पर भरोसा जताया है। आनंद दिल्ली सरकार की कैबिनेट का हिस्सा होंगे। उनकी जीवनयात्रा बेहद संघर्षपूर्ण रही है। कड़ी मेहनत कर बाल मजदूर से मंत्री तक का सफर तक किया। केजरीवाल ने बुधवार को बताया कि राजकुमार आनंद हमारी सरकार में मंत्री बनेंगे। इसके लिए एलजी को चिट्ठी भेज दी गई है।
राजकुमार आनंद के नाम की घोषणा से एक दिन पहले मंगलवार को राजेंद्र पाल गौतम का इस्तीफा मंजूर होने के बाद अधिसूचना जारी हुई थी। सूत्रों की मानें तो राजकुमार आनंद मंत्री बनने के बाद राजेंद्र पाल गौतम के समाज कल्याण विभाग, एससी-एसटी व ओबीसी और को-ऑपरेटिव सोसायटी वाले विभाग देखेंगे। राजकुमार आनंद पहली बार ही दिल्ली विधानसभा पहुंचे थे।
घर पर लगा समर्थकों का तांता
राजकुमार आनंद को मंत्री बनाए जाने की सूचना के साथ उनके घर पर समर्थकों का तांता लगा रहा। राजकुमार आनंद ने कहा कि मैं ढाई साल से विधायक हूं। इतने कम समय में मैंने अपने इलाके में बहुत काम किया है।
2019 में पहली बार विधायक बने राजकुमार
राजकुमार आनंद को अपनी प्रारंभिक शिक्षा को पूरा करने के लिए अलीगढ़ की एक ताला फैक्टरी में बाल मजदूर के तौर पर काम करना पड़ा। उन्होंने एमए फिर एलएलबी की पढ़ाई पूरी करने के लिए कोचिंग पढ़ाई। उसके बाद फैक्ट्रियों के बाहर फेंके गए फोम से तकिया बनाने से लेकर रेक्सीन लेदर का सफल व्यवसाय खड़ा किया। सामाजिक कार्यों से जुड़े होने के कारण वह आम आदमी पार्टी से जुड़े। वर्ष 2019 में पटेल नगर विधानसभा से चुनाव लड़कर विधानसभा पहुंचे। अब पार्टी उन्हें मंत्री बनाने जा रही है।