Saturday, May 11, 2024
spot_img
Homeअन्यDelhi Pollution : दिल्ली में सांसों पर पहरा! इस सीजन की सबसे...

Delhi Pollution : दिल्ली में सांसों पर पहरा! इस सीजन की सबसे प्रदूषित हवा, गंभीर श्रेणी में AQI

दिल्ली के आनंद विहार में शाम 4 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 455 था, जिससे यह यहां के सबसे प्रदूषित क्षेत्रों में से एक बन गया। शाम 5 बजे पूरी दिल्ली का एक्यूआई 357 था। वहीं, गाजियाबाद में एक्यूआई 384    

दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो 

दिल्ली की हवा दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है। शुक्रवार को हवा इस सीजन की सबसे ज्यादा प्रदूषित रही। एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) का लेवल ‘गंभीर श्रेणी’ में पहुंच गया। आने वाले कुछ दिनों में इसके और भी खराब होने के आसार जताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण जनवरी के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर है।

दिल्ली के आनंद विहार में शाम 4 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 455 था, जिससे यह यहां के सबसे प्रदूषित क्षेत्रों में से एक बन गया। शाम 5 बजे पूरी दिल्ली का एक्यूआई 357 था। वहीं, गाजियाबाद में एक्यूआई 384, नोएडा में एक्यूआई 371, ग्रेटर नोएडा में एक्यूआई 364 और फरीदाबाद में एक्यूआई 346 था। सिर्फ दिल्ली ही नहीं पंजाब से लेकर उत्तर प्रदेश और बिहार तक, 34 भारतीय शहरों में वायु की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है।

2015 के बाद से सबसे साफ दिवाली के बाद की सुबह

राजधानी में दिवाली की रात पटाखों पर लगाए प्रतिबंध का कई निवासियों द्वारा उल्लंघन किए जाने के बाद राजधानी में मंगलवार को वायु गुणवत्ता ”बहुत खराब” दर्ज की गई थी, लेकिन अगले दिन प्रदूषण का स्तर 2015 के बाद से सबसे कम रहा। ऐसा गर्मी और हवाएं चलने के कारण हुआ, जिसने प्रदूषण के प्रभाव को कम कर दिया। पिछले दो वर्षों में, नवंबर में दिवाली के बाद दिल्ली और उसके आस-पास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में देखी गई थी। इस महीने के दौरान पराली जलाने की घटनाएं भी जोर पकड़ती हैं जिससे क्षेत्र में घनी धुंध छाई रहती है, जबकि कम तापमान प्रदूषकों को छंटने से रोकता है।

गर्मी है वजह

इस साल दिवाली मौसम की शुरुआत में मनाई गई, इसलिए अपेक्षाकृत गर्मी रहने और हवाएं चलने के कारण प्रदूषण कम रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, मंगलवार को शाम चार बजे 24 घंटे का औसत एक्यूआई 303 था, जो 2015 के बाद से दिवाली के बाद के दिन के लिए सबसे कम था। दिवाली के अगले दिन दिल्ली का एक्यूआई 2015 में (360), 2016 में (445), 2017 में (403), 2018 में (390), 2019 में (368), 2020 में (435) और 2021 में (462) दर्ज किया गया था।  

दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के अनुसार, राजधानी में पिछले साल की तुलना में इस साल दिवाली के दौरान पीएम 2.5 के स्तर में 64 प्रतिशत की कमी और पीएम10 के स्तर में 57 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने इस बार अपेक्षाकृत बेहतर वायु गुणवत्ता को पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में कमी, बेहतर मौसम संबंधी स्थितियों और ”कम पटाखे फोड़ने” को जिम्मेदार ठहराया।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments