दिल्ली में कूड़े के पहाड़ को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। बीजेपी नेता आदेश गुप्ता ने सीएम के गाजीपुर लैंडफिल साइट दौरे को चुनावी राजनीति बताया है। पूछा है कि आठ साल में कितना फंड दिया
दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने मुख्यमंत्री के गाजीपुर लैंडफिल साइट दौरे को चुनावी राजनीति बताया है। उन्होंने कहा कि निगम चुनाव से पहले उन्हें लैंडफिल साइट का ध्यान नहीं था। चुनावों के चलते उन्हें समस्या की याद आने लगी है। गुप्ता ने कहा कि, मुख्यमंत्री बताएं कि पिछले आठ वर्षों में दिल्ली सरकार ने दिल्ली नगर निगम को कितना फंड दिया है।
बड़ी बात ये भी है कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने कूड़े के पहाड़ पर बरती लापरवाही की वजह से दिल्ली सरकार पर 900 करोड़ रुपये का हर्जाना लगाया गया है। उन्होंने कहा कि निगम ने पिछले कुछ सालों में कूड़े के निस्तारण के क्षेत्र में काफी काम किया है। हाल ही में तुगलकाबाद लैंडफिल साइट पर 25 मेगावाट क्षमता का वेस्ट टू एनर्जी प्लांट शुरु कर दिया है। दिल्ली में रोज करीब 7000 मीट्रिक टन कूड़े का निस्तारण हो रहा है।
मुख्यमंत्री बार-बार बुलाने पर भी नहीं आए गंभीर
भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट किया कि मैं 2019 से आठ बार गाजीपुर लैंडफिल साइट पर गया और बार-बार बुलाने पर भी मुख्यमंत्री वहां नहीं आए। अब उन्हें निगम चुनाव देखकर इसकी याद आ रही है, लोगों की तकलीफ नहीं। ट्वीट के साथ ही गंभीर ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र भी साझा किया है।
पूर्व महापौर ने भी दिल्ली सरकार पर निशाना साधा
दिल्ली नगर निगम के पूर्व महापौर जयप्रकाश ने कूड़े के पहाड़ मामले में आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है। पूर्व महापौर ने कहा कि निगम चुनावों की आहट के बीच आप नेताओं को गाजीपुर लैंडफिल साइट की याद आई है। उन्होंने कहा कि राजधानी के तीनों लैंडफिल साइटों पर 45 ट्रोमल मशीनें कार्य कर रही हैं। निगम ने तीनों लैंडफिल साइटों पर 77 लाख मीट्रिक टन कचरे का निस्तारण किया है।