Protestors’ Question : रक्षा मंत्री के साथ सुब्रत राय का फोटो देख आक्रोशित है सहारा के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे निवेशक और एजेंट, नेताओं से संबंध बनाने में उड़ा दिए निवेशकों के पैसे
सी.एस. राजपूत
देश में तमाम मुकदमे दर्ज होने पर भी सुब्रत राय की गिफ्तारी न होने और 6 साल बीत जाने पर भी उनकी पैरोल खत्म न होने से सहारा के खिलाफ आंदोलन कर रहे निवेशकों और एजेंटों में काफी गुस्सा देखा जा रहा है। इस गुस्से का बड़ा कारण गुरुगांव मेदांता अस्पताल में सुब्रत राय का रक्षा मंत्री के साथ वायरल हो रहा फोटो है। इन आंदोलनकारियों का आरोप है कि जब गैरजमानती वारंट जारी होने तो सुब्रत राय की गिरफ्तारी नहीं हो रही पर वह रक्षा मंत्री के साथ घूम रहे हैं। दरअसल हाल ही सहारा के चैयरमेन सुब्रत राय को गुड़गांव मेदांता अस्पताल में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी के साथ देखा गया है। सुब्रत राय सहारा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का हालचाल लेने मेदांता अस्पताल पहुंचे थे।
सहारा निवेशकों और एजेंटों ने राजनाथ सिंह के साथ वायरल हो रही सुब्रत राय की फोटो को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ट्वीट करने का अभियान भी चलाया। इस निवेशकों ने न केवल कानून व्यवस्था पर उंगली उठाई है बल्कि राजनीतिक दलों पर भी सुब्रत राय को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। दरअसल निवेशकों को गुस्सा इस बात का भी है कि सुब्रत राय ने नेताओं से संबंध बनाने के लिए उनका पैसा पानी की तरह बहा दिया। अब उन्हें उनका पैसा नहीं मिल रहा है। निवेशक बेचारे क्या जाने कि सुब्रत राय ने नेताओं जो धन लुटाया है उसी की वजह से वह बचे घूम रहे हैं।
दरअसल सहारा के चेयरमैन सुब्रत राय आज भले ही निवेशकों और एजेंटों का पैसा न देने की वजह से खलनायक ने हुए हैं, भले ही उन पर अपने ही कर्मचारियों को ठगने के आरोप लग रहे हों, उन पर सेबी और सुप्रीम कोर्ट का शिकंजा कसा जा रहा हो पर सुब्रत राय की नेतानगरी में जबरदस्त घुसपैठ रही है। सुब्रत राय की देश की राजनीति में कितनी बड़ी दखल थी इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 2004 में उनके बेटों सीमांतो राय और सुशांतों राय की शादी में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भी शिरकत की थी।
पूर्व रक्षा मंत्री और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव से तो उनके पारिवारिक रिश्ते रहे हैं। कहा जाता है कि मुलायम सिंह यादव के लिए हर समय सहारा का एक हेलीकाप्टर और सहारा शहर में उनके नाम से एक कमरा हमेशा बुक रहता था। सुब्रत राय और मुलायम सिंह यादव कितने करीबी थे उसकी बानगी 2003 में उस समय देखने को मिली थी जब बसपा से भाजपा के समर्थन वापस लेने के बाद समाजवादी पार्टी ने सरकार बनाई थी। नेताजी के शपथ ग्रहण वाले दिन सुब्रत राय ने उत्तर प्रदेश के लगभग सभी जिलों में सपा कार्यकर्ताओं के जश्न की व्यवस्था करने के निर्देश पैरा बैंकिंग के अधिकारियों को दिये थे। जब 2012 में मुलायम सिंह यादव के बेटे अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो उनके शपथ ग्रहण का पूरा खर्च सुब्रत राय ने उठाया था। मुलायम सिंह जैसे संबंध भी सुब्रत राय के राजनाथ सिंह से रहे हैं। दरअसल राजनाथ सिंह जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे तो वह सुब्रत राय ही थे जिन्होंने राजनाथ सिंह को अपना हेलीकॉप्टर इस्तेमाल करने के लिए दे दिया था। कहा तो यह भी जाता है कि राजनाथ सिंह का पैसा भी सहारा में लगा है। वह बात दूसरी है कि सुब्रत राय के नेताओं से इतने प्रगाढ़ जो संबंध रहे हैं यह सब पैसा निवेशकों की खून पसीने की कमाई था, जिसके लिए वे आज की तारीख में मारे मारे फिर रहे हैं।
सुब्रत राय को भी नेता और दूसरे क्षेत्र के लोग ऐसे ही मानते थे। सुप्रीम कोर्ट द्वारा सुब्रत राय को वित्तीय गड़बड़ियों में तिहाड़ भेजने भेजने के बाद भी नेताओं का उनसे ऐसी ही बर्ताव रहा था। दरअसल जब सहारा प्रमुख सुब्रत राय की मां छबि रॉय का आद्श्राद्ध लखनऊ के गोमतीनगर में हुआ था तो इस कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी के सुप्रीम नेता मुलायम सिंह यादव और प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी पहुंचे थे।
छबि रॉय के निधन के बाद से ही सुब्रत रॉय के घर सेलिब्रिटी का आना जाना लगा हुआ था। तब अमिताभ और अभिषेक बच्चन भी उनके घर पहुंचे थे। इसके अलावा फिल्मी जगत के और भी कई लोग उनकी मां को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। जिनमें सिंगर नितिन मुकेश, एक्टर संजय खान, फरदीन खान, कॉमेडियन vvअभय सिंह चौटाला भी कार्यक्रम में दिखाई दिए थे। इसके अलावा योग गुरु बाबा रामदेव और उनके साथी बालकृष्ण भी सुब्रत रॉय के घर गए थे। उस समय वित्तीय गड़बड़ियों के चलते गिरफ्तार किए गए सुब्रत रॉय चार हफ्ते की पैरोल पर बाहर आए थे जो पैरोल आज भी जारी है।