सनातन धर्म के नाम पर मांगेगे वोट, बीजेपी मंदिर प्रकोष्ठ की बैठक में उठा पुजारियों को वेतन दिलाने का मुद्दा, प्रकोष्ठ के संयोजक करनैल सिंह के नेतृत्व में दिल्ली बीजेपी से जोड़े गए हैं दो लाख पुजारी
दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
कुछ ही महीनों पूर्व बना दिल्ली बीजेपी मंदिर प्रकोष्ठ दिल्ली नगर निगम चुनाव में बड़ी भूमिका जा रहा है। एमसीडी चुनाव को लेकर प्रदेश कार्यालय में हुई प्रकोष्ठ की बैठक में पुजारियों को चुनाव में पूरी ताकत झोंकने के लिए बोल दिया गया है। इस बैठक में पुजारियों के वेतन का मुद्दा प्रमुखता से उठा। मंदिर प्रकोष्ठ संयोजक करनैल सिंह ने बैठक में मौजूद पुजारियों और ब्राह्मणों को सचेत करते हुए कहा कि उन्हें सनातन धर्म के प्रहरी की भूमिका में आ जाना चाहिए।
करनैल सिंह कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी, उज्जैन और केदारनाथ-बद्रीनाथ के लिए इतने बड़े स्तर पर काम कर रहे हैं तो फिर वह भारत के एक-एक मंदिर का पुनर्निर्माण कराएंगे। इस अवसर पर मंदिर प्रकोष्ठ के महामंत्री सिद्धार्थन ने कहा कि जब मौलवियों को वेतन दिया जा सकता है फिर पंडितों क्यों नहीं। क्या इन्हें वेतन देना पाप है ?
दरअसल दिल्ली नगर निगम चुनावों में बीजेपी की जीत के लिए वोट मांगने की बड़ी जिम्मेदारी बीजेपी ने मंदिर के पुजारियों को भी दी है। इसी विषय को लेकर दिल्ली बीजेपी प्रदेश कार्यालय मंदिर प्रकोष्ठ की जो बैठक हुई है उसमें पुजारियों को चुनाव की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई। करनैल सिंह और सिद्धार्थन ने दिल्ली के कोने कोने से आये मंदिर के पुजारियों से कहा है कि दिल्ली सरकार मौलवियों को वेतन दे रही है लेकिन पुजारियों को नहीं दिया जा रहा है। बीजेपी पुजारियों को वेतन दिलाने के लिए बड़ा आंदोलन केजरीवाल सरकार के खिलाफ छेड़ेगी।
करनैल सिंह ने कहा कि पुजारियों को वेतन देने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री केजरीवाल के आवास पर बड़ा प्रदर्शन होना था पर आचार संहिता लग जाने की वजह से वह स्थगित हो गया। फिर से वेतन के मुद्दे पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा। करनैल सिंह ने पुजारियों से कहा की अब वे इस सवाल को लेकर जनता के बीच जाएं और उन्हें समझाएं की बीजेपी ही सनातन संस्कृति की चिंता करती है। नगर निगम चुनाव में बीजेपी के जीत मंदिर के पुजारी ही सुनिश्चित करेंगे।
दरअसल बीजेपी एमसीडी चुनाव में मंदिर प्रकोष्ठ पर पूरा भरोसा करके चल रही है। मंदिर प्रकोष्ठ को बने करीब एक साल ही हुआ है लेकिन इस दौरान इससे दिल्ली के मंदिरों के करीब दो लाख पुजारी बीजेपी से जुड़ चुके हैं। इस प्रकोष्ठ से जुड़े पुजारियों ने गत दिनों दिल्ली के ताल कटोरा स्टेडियम में अपने ताकत का अहसास भी कराया था। केजरीवाल आवास पर प्रदर्शन कर अपने तेवर भी दिखा चुके हैं। करनैल सिंह एक साल से मंदिर प्रकोष्ठ संयोजक मंदिरों में पुजारियों और संतों के साथ न केवल मीटिंग कर रहे हैं बल्कि मंदिर और पुजारियों के हकों की बात भी कर रहे हैं।
करनैल सिंह ने कहा कि ब्राह्मणों की चुप्पी की वजह से पंडितों को कश्मीर छोड़ना पड़ा है। यदि हम नहीं जागे तो हमें भी दिल्ली छोड़नी पड़ सकती है। सनातन को बचाने के लिए आप लोगों को को आगे आना होगा। यदि दिल्ली में यदि यह प्रयोग सफल हुआ और दिल्ली नगर निगम में बीजेपी को जीत मिली तो 2024 तक देशभर में मंदिरों से ही जन जागरण अभियान चले तो हैरानी नहीं होनी चाहिए।