प्रियंका रॉय
हेल्थ इमरजेंसी परिस्थिति
दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण स्तर कम होने का नाम ही नहीं ले रहा। दिल्ली के कई इलाको में यह स्तर उत्तम लेवल के खराब श्रेणी में पहुंच चुका है। जिसका दिल्ली में रहने वाले लोंगो के स्वास्थय पर बेहद ही जानलेवा असर हो रहा है। वही आस्तमा से पीड़ित लोगो को सांस लेने मे काफी दिक्कत आ रही है। उन्हें डॉक्टरों के पास चेकअप के लिए बार-बार जाना पड़ रहा है। सर्वेक्षण के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में हर 5 परिवारों में से 4 ने पिछले कुछ हफ्तों में प्रदूषण से संबंधित बीमारियों को अनुभव किया है। लोकलसर्किल द्वारा किए गए इस सर्वे में ये दावा किया गया है। इस सर्वे में शामिल कुल 19,000 लोगों में से 18 प्रतिशत पहले ही अपनी समस्याओं को लेकर डॉक्टर के पास चेकअप कराने जा चुके है। जिसको गंभीरता से लेते हुए दिल्ली सरकार ने इससे निपटने के लिए GRAP लागू कर दिया है। वहीं, स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है। आपको बता दे राजधानी दिल्ली की हवा में प्रदूषण का स्तर हेल्थ इमरजेंसी ले आया है।
दिल्ली सरकार ने लागू किया GRAP, जान लें नए नियम
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण लेवल को गंभीरता से लेते हुए कमीशन ऑफ एयर क्वालिटी मैनेजमेंट ने वायु प्रदूषण को कंट्रोल में लाने के लिए ‘GRAP IV’ प्लान शुरू करने की घोषणा की थी। आपको बता दे अब इस प्लान को राज्य सरकारों को वागू करना होगा। इस प्लान के राज्य में कई नए प्रतिबंध लगाए जाएंगें।दिल्ली-एनसीआर में डीजल की हल्की चारपहिया गाड़ियां बैन रहेंगी।बीएस-6, इसेंशियल और इमरजेंसी सेवाओं में लगी गाड़ियों को छूट मिलती रहेगी। डीजल पर चलने वाली मीडियम और हैवी गुड्स व्हीकल भी दिल्ली में नहीं चलेंगी। इलेक्ट्रिक और सीएनजी पर चलने वाले ट्रकों को छोड़कर बाकी ट्रकों की एंट्री बैन कर दी गई है।