संस्था के प्रबंध निदेशक और प्रधान संपादक ने अभिभावकों की एकता को दिया जीत का श्रेय, दी बधाई, बच्चों का भविष्य खराब होने का हवाला देते हुए दिल्ली दर्पण टीवी ने अपनी खबर में दिखाई थी अभिभावकों की पीड़ा, भारत नगर स्कूल का चुनाव में इस्तेमाल करने के लिए किया गया था चयन, स्कूल को खाली करने का दे दिया गया था आदेश, अभिभावकों ने जमकर किया था इस कदम का विरोध, चुनाव आयोग ने स्कूल का प्राइमरी हिस्सा लेकर पूरे स्कूल को दिया है छोड़
दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
नई दिल्ली। अशोक विहार फेज -3 के भारत नगर स्कूल के अभिभावकों ने दिल्ली दर्पण टीवी के ऑफिस पहुंच कर ग्रुप के प्रबंध निदेशक और प्रधान संपादक राजेंद्र स्वामी का आभार व्यक्त किया। अभिभावकों का कहना था कि दिल्ली दर्पण टीवी के खबर चलाने से भारत नगर स्कूल चुनाव आयोग के कब्जे में आने से बच गया है।
दरअसल मंगलवार की सुबह बड़ी संख्या में कुताना बाग़ भारत नगर स्कूल के अभिभावक दिल्ली दर्पण टीवी ऑफिस पहुंचे और राजेंद्र स्वामी आभार व्यक्त करते हुए उनका अभिनंदन किया। राजेंद्र स्वामी का आभार व्यक्त करते हुए अभिभावकों के चेहरों पर गजब की ख़ुशी महसूस की जा रही थी। उनके बच्चों का भविष्य ख़राब होने से जो बच गया है।
इस अवसर पर अभिभावकों ने दिल्ली दर्पण टीवी का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्हें इस बात की ख़ुशी है उनका स्कूल इस बार चुनाव आयोग के चुंगल में आने बच गया है। उनका कहना था की इस स्कूल को बचने में दिल्ली दर्पण टीवी ने अहम भूमिका निभाई है।
दरअसल भारत नगर स्कूल को चुनाव चुनाव आयोग ने चुनाव में इस्तेमाल करने के लिए चयन किया था और स्कूल को खाली कराने का आदेश भी दे दिया था। देखने की बात यह है कि गत लोक सभा चुनाव के दौरान भी ऐसा ही हुआ था और यह स्कूल डेढ़ साल तक चुनाव आयोग के कब्जे में रहा था और बच्चों को किसी दूसरे स्कूल में शिफ्ट कर दिया था, जिसके चलते बच्चों और अभिभावकों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा था। इन नगर निगम चुनाव में भी स्कूल खाली कराने का नोटिस स्कूल पर चस्पा दिया गया। इस बार चुनाव आयोग के इस कदम का अभिभावकों ने जमकर विरोध किया। दिल्ली दर्पण टीवी ने अपनी खबर में अभिभावकों के विरोध और अपील को प्रमुखता से दिखाया। इन अभिभावकों ने दिल्ली दर्पण टीवी के माध्यम से चुनाव आयोग से अपील की थी कि वे स्कूल के अभिभावकों की परेशानी को समझें और बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ न होने दें।
दिल्ली दर्पण टीवी पर खबर चलने के बाद अभिभावक लामबंद हुए और ऐलान कर दिया कि वे अपने बच्चों को किसी दूसरे स्कूल में नहीं भेजेंगे। दिल्ली दर्पण टीवी ने इन अभिभावकों की चिंता और परेशानी को प्रमुखता से दिखाया तो चुनाव आयोग और प्रशासन तक उनक विरोध और पीड़ा पहुंची। चुनाव आयोग को उनकी मांग जायज लगी और स्कूल का प्राइमरी हिस्सा चुनाव आयोग ने लेकर पूरे स्कूल को छोड़ दिया। दिल्ली दर्पण टीवी ने इस जीत का सेहरा अभिभावकों, खासकर शिव चरण शील और महिलाओं को दिया। संस्था के प्रबंध निदेशक और प्रधान संपादक राजेंद्र स्वामी ने कहा कि यह अभिभावकों की एकता की जीत है। दिल्ली दर्पण टीवी तो बस माध्यम है। उन्होंने कहा कि दिल्ली दर्पण टीवी तो जनता की समस्याओं को उठाना अपनी नैतिक जिम्मेदारी मानता है। उन्होंने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं उनकी पढ़ाई प्रभावित नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग का यह फैसला एक उदाहरण है। उनका कहना था कि यदि जनता में एकता हो और उनकी मांग जायज हो तो प्रशासन भी उसे समझता है। बस जरूरत संवाद करने की होती है।