यात्रा नेतृत्व कर रहे अरुण श्रीवास्तव ने विद्यार्थियों के साथ ही लोगों से किया संवाद
दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
दूसरे दिन की नफ़रत छोड़ो, संविधान बचाओ पदयात्रा का प्रारंभ 10 नवंबर को देवरिया के हेतिमपुर से सुबह 9 बजे हुआ। बुद्ध की धरती कुशीनगर से, ये यात्रा कबीर नगर मगहर तक जाने वाली है। छह दिनों की 120 किमी की पदयात्रा के दो दिनों में करीब 36 किमी की पदयात्रा हो चुकी है। इस पदयात्रा में शामिल लोगों का हर जगह लोगों द्वारा स्वागत हो रहा। दूसरे दिन की यात्रा का समापन पट्टन के चक्रधारी प्रजापति के स्कूल में हुआ है और यात्रियों का रात्रि विश्राम स्कूल में है।
दूसरे दिन की पदयात्रा का पहला कार्यक्रम किसान पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज के छात्राओं से वार्ता के साथ प्रारंभ हुई। यहां यात्रा का नेतृत्व कर रहे अरुण श्रीवास्तव ने छात्रों से संवाद करने के साथ उन्हें पुस्तक भेंट करी। यात्रा आगे बढ़ने पे पूर्व मंत्री राधेश्याम सिंह के आवास पर पदयात्रियों का स्वागत हुआ।
पदयात्रा का नेतृत्व कर रहे अरुण कुमार श्रीवास्तव जी ने यात्रा के महत्व पर बातचीत की, साथ ही सह पदयात्री खुर्शीद जी ने यात्रा के संबंध में लोगों के बीच अपनी बात रखी। वहीं पूर्व मंत्री राधेश्याम सिंह ने यात्रियों का स्वागत कर यात्रा के संबंध में चर्चा की और अपने विचार रखें। पूर्व मंत्री राधेश्याम सिंह यात्रा के साथ हाटा कचरी से संस्कृत महाविद्यालय तक शामिल रहें। यात्रा का केन यूनियन के पास हाटा चौराहा पर स्वागत आयोजक – टीपू भाई के नेतृत्व में किया गया।
हाटा कचहरी में अधिवक्तयों के बीच यात्रा पहुँच, अधिवक्तयों से नफ़रत छोड़ो और संविधान बचाओ के संबंध पर परिचर्चा की। इसके बाद पदयात्रा संस्कृत महाविद्याल पहुँची और यात्रा से संबंधित परिचर्चा हुई।
यात्रा संस्कृत महाविद्याल से हाटा में अपने अगले पड़ाव के लिए आगे बढ़ गांधी प्रतिमा पर पहुँची, गांधी जी की प्रतिमा पर पदयात्री अरुण ब्रह्मचारी और अरुण कुमार श्रीवास्तव ने प्रतिमा पर मालार्पण किया।
पदयात्रा की शुरुआत कुशीनगर के होटल देव इन में यात्रा समारोह का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन : मेधा पाटेकर (सामाजिक कार्यकर्ता) के द्वारा हुआ, समारोह की अध्यक्षता : राम गोविन्द चौधरी (पूर्व नेता विरोधी दल उ0प्र0 विधान सभा) तथा विशिष्ट अतिथि श्याम रजक (पूर्व मंत्री, बिहार) मौजूद रहे, इसके आयोजक : ब्रम्हाशंकर तिवारी ( पूर्व मंत्री)
थे।
9 नवंबर को पदयात्रा अरुण कुमार श्रीवास्तव के नृतित्व में होटल देव इन से निकली थी। दूसरे की यात्रा समापन के बाद, अब तीसरे दिन की यात्रा पट्टन से 11 नवंबर के सुबह आगे की तरफ बढ़ेगी।