-दिल्ली दर्पण
अशोक विहार। अचानक तकलीफ हुयी और दुनिया से चल बसी ,लेकिन जाते जाते भी कई लोगों के जीवन में उजाला कर गयी। स्व. कांता गुप्ता चाहती थी की उनका देह दान हो ,लेकिन अंतिम समय में वह नेत्रदान ही कर पायी। उनके द्वारा किये गए नेत्रदान कई लोगों की आँखों की रोशनी दे गया। सचमुच वह सामाजिक सेवा भाव और धार्मिक विचारों से ओतप्रोत नितांत घरेलु लेकिन संस्कारों से धनी महिला थी। अशोक विहार के सनातन धर्म भवन में समाजसेवी संदीप गुप्ता की माता स्व. कांता गुप्ता की शोक सभा में पहुंचे गणमान्य लोगों ने दिवंगत आत्मा को ऐसे ही शब्दों और सम्बोधन के साथ याद किया। स्व. कांता गुप्ता अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़कर गयी है।
विगत 14 दिसबर को उनका स्वर्गवास हो गया था। परिवार में उनके पति राजेंद्र कुमार गुप्ता ,दो पुत्र संदीप गुप्ता और अमित गुप्ता सहित उनकी दो पुत्रियां है। इसके अलावा नाती पोते पोतियां भी है। यूँ तो उनका पूरा परिवार ही सामाजिक और धार्मिक कार्यों से जुड़ा है ,लेकिन इस शोक सभा में पहुंचे लोगों ने उनके बड़े पुत्र संदीप गुप्ता का जिक्र विशेष रूप से किया। कई संस्थाओं से जुड़े संदीप गुप्ता की अशोक विहार में सामाजिक धार्मिक आयोजनों में भागीदारी और भूमिका रहती है। इस अवसर पर प्राप्त शोक संदेशों से अशोक विहार को भी पता लगा कि वह और उनका परिवार कई से जुड़े है। सोमवार को सनातन भवन अशोक विहार फेज -2 में आयोजित श्रदांजलि सभा में पहुंचे प्रमुख लोगों ने कहा की स्व. कांता गुप्ता अपने बच्चों को कितने अच्छे संस्कार दिए है, वह संदीप गुप्ता नजर आते है। संदीप गुप्ता को जिसने जो काम दिया उसे अपना समझ कर पूरा किया। यही वजह है की संदीप गुप्ता ने अशोक विहार के कितनी ही प्रमुख लोगों से पारिवारिक रिश्ता बना लिया। पूर्व पार्षद सुरेश भारद्वाज सहित कई वक्ताओं ने तो संदीप गुप्ता को हनुमान तक की संज्ञा दे दी। बकौल सतीश गर्ग , ” संदीप गुप्ता को जो भी काम कहा जाये वह कहता है हो जाएगा भाई साहब “।
शोक सभा में सेवा भर्ती से जुड़े प्रमुख नेता डॉ रामकुमार ने संस्थाओं से आये शोक संदेशों को पढ़कर सुनाया तो यह अहसास हुआ कि गुप्ता परिवार अपने समाज में भी कितनी संस्थाओं से जुड़े है और जनकल्याण कार्यों में अपना सहयोग देते है। बृजमोहन गर्ग ने माँ की महिमा और महत्त्व पर प्रकाश डाला। संदीप गुप्ता आदर्श रामलीला कमेटी से भी जुड़े है , इस मौके पर प्रधान अशोक गर्ग और महामंत्री अनिल यादव कोषाध्यक्ष प्रदीप गोयल सहती कई पदाधिकारी भी मौजूद रहे। सभी ने शोकाकुल परिवार को सांत्वना देते हुए दिवंगत आत्मा को अपनी अंतिम श्रदांजलि दी।