आप के एक्स एलओपी नेता ने बीजेपी पर लगाया एमसीडी को कब्जाने के षड्यंत्र का आरोप
दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
नई दिल्ली। आप एक एक्स एलओपी नेता विकास गोयल ने बीजेपी पर संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए एमसीडी को कब्जाने के लिए षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि दिल्ली की जनता ने आम आदमी पार्टी को जो एमसीडी को चलने की जिम्मेदारी सौंपी है उसे वह पूरी ईमानदारी से निभाएगी।
बीजेपी नेताओं की गुंडागर्दी न चलने देने की बात करते हुए विकास गोयल ने कहा है कि पहले बीजेपी ने एमसीडी का चुनाव ताला, उसके बाद तीन एमसीडी को मिलाकर एक कर दिया, अपने हिसाब से वार्ड बना दिए। दिल्ली की जनता का रुझान आम आदमी पार्टी की ओर देखते हुए दिल्ली एमसीडी चुनाव के साथ ही गुजरात विधानसभा चुनाव करा दिए। इन सबके बावजूद जब दिल्ली की जनता ने एमसीडी की सत्ता आम आदमी पार्टी को सौंप दी तो बीजेपी ने 6 जनवरी को हंगामा कर एमसीडी पर कब्ज़ा करना चाहा।
विकास गोयल ने एलजी वीके सक्सेना पर भी मनमानी का आरोप लगाते हुए 10 एल्डर सदस्यों की नियुक्ति प्रक्रिया को गलत करार दिया है। विकास गोयल का कहना है कि ये 10 एल्डर सदस्य दिल्ली कैबिनेट की सलाह मशविरा से बनने चाहिए थे। विकास गोयल ने कहा है कि बीजेपी एमसीडी में गुंडागर्दी करना चाहती है पर आम आदमी पार्टी उसे ऐसा न करने देगी। बीजेपी को दिल्ली जनता के हित में मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा।
दरअसल 15 साल से दिल्ली एमसीडी पर एकछत्र राज कर रही बीजेपी हार के बाद किसी भी तरह से मेयर अपना बनाना चाह रही थी। बीजेपी सांसद मनोज तिवारी और तत्कालीन दिल्ली अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने मतगणना के दिन भी बोला था कि मेयर तो बीजेपी ही बनेगा। ऐसे में बीजेपी के किसी निर्दलीय पर दांव लगाने का अंदाजा लगाया जा रहा था पर बीजेपी ने पर्चा भरने के अंतिम दिन शालीमार गार्डन से पार्षद रेखा गुप्ता को मेयर तो कमल बांगड़ी को डिप्टी मेयर के पद का पर्चा भरवा दिया। 6 जनवरी को पार्षदों के शपथ लेने के बाद मेयर और डिप्टी मेयर पद का चुनाव होना था पर पार्षदों के शपथ ग्रहण करते समय सदन में हंगामा हो गया।
आम आदमी पार्टी का यह भी आरोप है कि एलजी वीके सक्सेना ने पीठासीन अधिकारी बीजेपी पार्षद सत्या शर्मा को नियुक्त कर भी गलत काम किया है। आम आदमी पार्टी का कहना है कि पीठासीन अधिकारी उस पार्टी का होता है जिसका सदन में बहुमत होता है। क्योंकि आम आदमी पार्टी का सदन में बहुमत है तो फिर आम आदमी पार्टी का पार्षद ही पीठासीन अधिकारी होना चाहिए था। आम आदमी पार्टी का कहना है कि उन्होंने पीठासीन अधिकारी के लिए मुकेश गोयल का नाम भेज था पर एलजी ने मुकेश गोयल को पीठासीन अधिकारी न बनाकर सत्या शर्मा को बना दिया। ऐसे में आम आदमी पार्टी और बीजेपी के इस विवाद के चलते मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव होना मुश्किल ही लग रहा है। वैसे भी मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल पहले ही एलजी द्वारा नियुक्त किये गए 10 एल्डर सदस्यों को गलत करार दे चुके हैं और आप की ओर से कोर्ट में भी जाने की बात कही गई है।