धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा-देश हिन्दू राष्ट्र बस घोषणा बाकी, असम के मुख्यमंत्री धीरेन्द्र शास्त्री ने राम मंदिर निर्माण की बात कर मिलाया सुर में सुर
सीएस राजपूत
आरएसएस और भारतीय जनता पार्टी क्या धीरेन्द्र शास्त्री उर्फ बागेश्वर बाबा को आगे हिन्दू राष्ट्र बनाने का खेल खेल रहे हैं। तो क्या आजाद भारत के संविधान के रहते हुए भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित नहीं किया जा सकता है ? तो क्या केंद्र सरकार संविधान में संशोधन कर देश को हिन्दू राष्ट्र घोषित करेगी ? या फिर आरएसएस और बीजेपी ने सत्ता के लिए अब राम मंदिर निर्माण के बाद हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की रणनीति अपनाई है। दरअसल हिन्दू राष्ट्र के नाम पर तमाम समस्याओं के होते हुए भी हिन्दू वोटबैंक बीजेपी से सट रहा है। बीजेपी के खुलकर सनातन धर्म की बात करना लोगों को खूब भा रहा है। यही सब वजह है कि सनातन धर्म के नाम पर देश में हिन्दू राष्ट्र का माहौल बनाया जा रहा है। धीरेन्द्र शास्त्री उर्फ बागेश्वर बाबा तो देश को हिन्दू राष्ट्र मानते हैं पर घोषणा की जरूरत है। ऐसे में प्रश्न उठता है कि यह घोषणा कौन करेगा ? क्या धीरेन्द्र शास्त्री यह घोषणा प्रधानमंत्री या फिर राष्ट्रपति की ओर से कराने की बात कर रहे हैं ?
देखने की बात यह है कि जहां एक ओर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत देश के लोगों को हिन्दू मानते हैं। वह मुस्लिमों में भी हिन्दू डीएनए बता रहे हैं। मस्जिदों में जाकर इमामों से मिल रहे हैं। वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सभी के सनातन धर्म से जुड़े होने की बात कर रहे हैं। उधर असम के मुख्यमंत्री भी धीरेन्द्र शास्त्री की भाषा बोल रहे हैं। उनका कहना है कि हमने राम मंदिर निर्माण का जो वादा पूरा किया था उसे पूरा किया और बाबर का कब्जा हटाकर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया है।
दरअसल इन दिनों पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री खूब चर्चा में हैं। विवादों के साथ-साथ बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की प्रसिद्धि भी खूब बढ़ रही है।
धीरेन्द्र शास्त्री ने भारत को बताया हिन्दू राष्ट्र
एक न्यूज चैनल से बात करते हुए बागेश्वर धाम के महंत धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने कहा है कि भारत हिन्दू राष्ट्र है। भारत हिन्दू राष्ट्र था और हिन्दू राष्ट्र रहेगा। बस घोषणा की आवश्यकता है। उनका कहना है कि इसके बीच एक छोटी सी लाइन है, उस लाइन को पार करने के लिए ही उन्होंने माहौल बना दिया है।
सनातनी हिंसा पर नहीं करते भरोसा
हिन्दू राष्ट्र की कट्टरता पर धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा है कि उनका बचपन से ही हिन्दू धर्म और सनातन की ओर झुकाव रहा है। अगर किसी को हिन्दू राष्ट्र की बात से बवाल लगता है कि यह उनकी निजी कमी है, उनको किसी अच्छे डॉक्टर से चेकअप कराना चाहिए। धीरेन्द्र शास्त्री उनके मिशन में किसी तरह का बवाल होने से इनकार कर रहे हंै। बाबा बागेश्वर का कहना है कि हिन्दू का मतलब है कि हिंसा का दमन करने वाला। हम सनातनी हिन्दू हैं, हम हिंसा पर भरोसा नहीं करते हैं। हम भारत के लोग अहिंसा पर भरोसा करते हैं और हिंसा का दमन कर रहने वाले हिन्दू राष्ट्र के वासी हैं।
बागेश्वर बाबा ने कहा है कि भारत हिन्दू राष्ट्र था है और रहेगा। यह अपने आप में दिलचस्प है कि एक ओर धीरेन्द्र शास्त्री अपने को अहिंसक बोल रहे हैं तो दूसरी ओर यह भी कह रहे हैं कि जो लोग अहिंसा के पुजारी हैं उनको हमारी इस बात से आग लगी होगी और अगर उन्हें लगी है तो उन्हें मेंटल चेकअप कराना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि इसका हिन्दू मुसलमान से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारी हर पंत संप्रदाय से सद्भावना है और हर धर्म के प्रति हमारी आस्था, नतमस्तकता है लेकिन सनातन के प्रति वह अपने में कट्टरता बताते हैं।
उधर धर्मांतरण, घर वापसी और गोमांस को धीरेन्द्र शास्त्री विकराल समस्या मानते हैं। उन्होंने कहा कि भोले भाले लोगों को पिछड़ी जगहों पर लालच से ट्रिक दिखाकर धर्मांतरण कराया जा रहा है। हालांकि घर वापसी पर उनका मत यह है कि सब हिन्दू हैं, सब सनातनी हैं। पूरी दुनिया का प्राचीन धर्म सनातन है। उनका कहना है कि जहां तक घर वापसी की बात है सुबह का भूला अगर शाम को घर वापस आ जाए तो उसे भूला नहीं कहते।