आचार्य लोकेश मुनि ने मदनी की टिपण्णी पर व्यक्त की बेहद नाराजगी
दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
देश की राजधानी दिल्ली में हो रही धर्म संसद में धार्मिक विवाद ने विवाद ने फिर से तूल पकड़ लिया। इस सर्व धर्म संसद में जमीयत उलेमा ए हिन्द के अध्यक्ष के विवादित भाषण से कई धर्म गुरु इतने नाराज हो गए कि वे मंच छोड़कर ही चले गए।
दरअसल देश में नेता हो या धर्मगुरु उनके बोल और बयानों पर देश में खूब बवाल मच रहा है। स्थिति यह है कि अभी नेताओं के बिगड़े बोल हल्ला थमा नहीं था कि अब धर्मगुरु ईश्वर और अल्लाह के अर्थ और अस्तित्व पर आमने सामने आ गए हैं। रविवार को जमीयत उलेमा-ए -हिन्द के अध्यक्ष सैयद अरशद मदनी के बयान पर बड़ा बवाल हो गया। कई धर्मगुरु तो इतने नाराज हो गए कि मंच ही छोड़कर चले गए।
दरअसल धर्म संसद में पहुंचे धर्मगुरुओं को संबोधित करते हुए मदनी ने कहा कि हिन्दुओं के आस्था के प्रतीक ब्रह्मा विष्णु महेश के अस्तित्व को कहानी करार दे दिया। उन्होंने कहा कि इस धरती पर केवल एक ॐ और अल्लाह की पूजा की गयी थी वही ईश्वर , अल्लाह और गॉड है।
सैयद अरशद मदनी के भाषण से नाराज मंच पर मौजूद आचार्य लोकेश मुनि ने मदनी की टिपण्णी पर बेहद नाराजगी व्यक्त की और कहा कि हम आपसे सद्भाव में रहने के लिए सहमत हैं लेकिन लेकिन मदनी ने जो कहानी सुनाई वह बकवास है। वे उनसे भी ज्यादा बड़ी कहानी सूना सकते हैं। उन्होंने कहा कि मदनी ने धर्म संसद का पूरा माहौल ही खराब कर दिया।
दरअसल देश में धार्मिक माहौल में आयी तल्ख़ी पर मदनी ने बोलते हुए मदनी ने धर्मगुरुओं के समक्ष सवाल पूछा कि जब धरती और कोई नहीं था न श्रीराम न ब्रह्मा न शिव तो मनु यानी मानव किसकी पूजा करते थे ? उन्होंने कहा कि तब ॐ की पूजा करते थे। यही ॐ , ईश्वर है ,अल्लाह है। खुदा और गॉड है। मदनी ने यह भी कहा कि हिन्दू और मुस्लिम भारत में 1400 साल से भाईयों की तरह रह रहे हैं। जो लोग घर वापसी की बात कर रहे हैं। वे भारत के इतिहास के बारे में कुछ नहीं जानते। मदनी का इतना कहना था कि धर्मगुरुओं में भी विवाद छिड़ गया। इसकी जबाब में आचार्य लोकेश मुनि ने मदनी को पूरी तरह से ललकार दिया।