रणहौला इलाके में फैक्ट्री बंद करने का दबाव देने और ऐसा नहीं करने पर जान से मारने की धमकी से परेशान होकर एक कारोबारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कारोबारी के मोबाइल फोन से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है
दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
नई दिल्ली । रणहौला इलाके में फैक्ट्री बंद करने का दबाव देने और ऐसा नहीं करने पर जान से मारने की धमकी से परेशान होकर एक कारोबारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कारोबारी के मोबाइल फोन से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उन्होंने अपनी मौत के लिए तीन लोगों को जिम्मेवार ठहराया है और तीनों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की है। रणहौला थाना पुलिस ने इस मामले में आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में प्राथमिकी की है। फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
आत्महत्या करने वाले कारोबारी का नाम अजय है। अजय परिवार के साथ हरफूल विहार में रहते थे। अजय अपने पार्टनर के साथ दूध और पानी की आपूर्ति में प्रयुक्त होने वाले टैंकर बनाने का काम करते थे। इनकी फैक्ट्री मुंडका में है। फैक्ट्री में काम करने वाले एक कर्मचारी ने इसी वर्ष नौकरी छोड़ दी।परिवार वालों के मुताबिक इस कर्मी ने नंगली सकरावती स्थित एक फैक्ट्री में काम करना शुरू कर दिया। उस फैक्ट्री के मालिक व अजय के पूर्व कर्मी ने विजय पर ग्राहक तोड़ने का आरोप लगाकर फैक्ट्री बंद करने का दबाव अजय पर बनाना शुरू कर दिया।
आरोप है कि अजय को फैक्ट्री बंद नहीं करने पर जान से मारने की धमकी देकर परेशान कर रहे थे। आरोप यह भी है इन्हें धमकाने वालों ने नजफगढ़ थाना में इनके खिलाफ प्राथमिकी करा दी। इस प्राथमिकी के आधार पर थाने से लगातार अजय के पास फोन आना शुरू हो गया। अजय को थाने बुलाया जाने लगा। इससे वह काफी घबरा गए। पिता ने अजय शांत करवाया और अगले दिन साथ थाने चलने की बात कही। 18 फरवरी की रात अजय खाना खाने के बाद दूसरी मंजिल पर अपने कमरे में सोने चले गए।
रात करीब सवा बारह बजे अजय के कमरे में बत्ती जलता देख इनके छोटे भाई दूसरी मंजिल पर पहुंचे। अंदर से दरवाजा बंद था। रोशनदान से देखा कि अजय पंखे के कुंडी से लटके हैं। उसके बाद दरवाजा तोड़कर उनहें नीचे उतारा और पुलिस को घटना की जानकारी देने के बाद उसे पास के अस्पताल में ले गए, जहां चिकित्सकों ने अजय को मृत घोषित कर दिया। छानबीन के दौरान पुलिस को अजय के फोन से सुसाइड नोट मिला।