सिसोदिया को प्रताड़ित कर रही CBI, झूठे आरोपों वाले दस्तावेजों पर साइन करने का बना रही दबाव- AAP, दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम और आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता मनीष सिसोदिया द्वारा सीबीआई पर मानसिक प्रताड़ित करने का आरोप लगाने के बाद पार्टी हमलावर हो गई है। आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने रविवार को कहा कि CBI सिसोदिया को प्रताड़ित कर रही है।
दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
नई दिल्ली । दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम और आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता मनीष सिसोदिया द्वारा सीबीआई पर मानसिक प्रताड़ित करने का आरोप लगाने के बाद पार्टी हमलावर हो गई है। आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने रविवार को कहा कि CBI सिसोदिया को प्रताड़ित कर रही है। उन पर झूठे आरोपों वाले कागजात पर हस्ताक्षर करने का दबाव बना रही है।
बता दें कि 26 फरवरी को सीबीआई ने दिल्ली आबकारी नीति (2021-22) घोटाला मामले में सिसोदिया को आठ घंटे तक पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद 27 फरवरी को उन्हें राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश कि गया। जहां से उन्हें चार मार्च तक सीबीआई हिरासत में भेज दिया। चार को कोर्ट ने फिर से उनकी दो दिन हिरासत बढ़ा दी। अब सिसोदिया सोमवार (6 मार्च) तक हिरासत में रहेंगे।
सिसोदिया ने सीबीआई द्वारा गिरफ्तारी और जांच को 28 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। जहां से राहत न मिलते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें हाई कोर्ट जाने की सलाह दे दी। इसके बाद उन्होंने 28 फरवरी को अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया।
सीबीआई ने पूर्व उपमुख्यमंत्री पर दिल्ली आबकारी नीति मामले की जांच में कथित रूप से सहयोग नहीं करने और जांचकर्ताओं के सवालों से बचने का आरोप लगाया था। अधिकारियों के अनुसार, एजेंसी आबकारी नीति पर विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों पर कानूनी राय वाली महत्वपूर्ण लापता फाइल का पता लगाने के लिए सिसोदिया की हिरासत का उपयोग करना चाहती है, जिन तक सीबीआई अभी नहीं पहुंच पाई है।
भारद्वाज ने रविवार को संवाददाताओं से कहा कि मनीष सिसोदिया को सीबीआई द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है और उनके खिलाफ झूठे आरोप वाले दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के लिए दबाव डाला जा रहा है। सीबीआई के पास सिसोदिया के खिलाफ कोई सबूत नहीं है। उन्होंने कभी भी किसी सबूत के गायब होने का उल्लेख नहीं किया। उन्होंने उनके आवास पर छापा मारा लेकिन कुछ नहीं मिला।
4 मार्च को हिरासत खत्म होने के बाद उन्होंने सीबीआई द्वारा फिर से कोर्ट में पेशी के दौरान कहा था कि वह आठ से नौ घंटे बैठे रहे और बार-बार एक ही सवाल का जवाब दे रहे थे। जिसे उन्होंने “मानसिक उत्पीड़न” बताया था।