फीडबैक यूनिट मामले में सीबीआई की एफआइआऱ दर्ज होने के बाद उपमुख्यमंत्री रहे मनीष सिसोदिया के साथ-साथ आम आदमी पार्टी (आप) की भी मु्श्किल बढ़ सकती है। इससे साफ संदेश जा रहा है कि सिसोदिया हाल फिलहाल जेल से बाहर आने वाले नहीं हैं
दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
नई दिल्ली । फीडबैक यूनिट मामले में सीबीआई की एफआइआऱ दर्ज होने के बाद उपमुख्यमंत्री रहे मनीष सिसोदिया के साथ साथ आम आदमी पार्टी (आप) की भी मु्श्किल बढ़ सकती है। इससे साफ संदेश जा रहा है कि सिसोदिया हाल फिलहाल जेल से बाहर आने वाले नहीं हैं, आप की मुश्किल बढ़ने का कारण यह है कि जिस तरह के जांच एजेंसियां सिसोदिया और आप के अन्य नेताओं के खिलाफ शिकंजा कस रही हैं, इसके छींटे आप के अन्य वरिष्ठ नेताओं पर भी पड़ सकते हैं।
कांग्रेस ने भी किया हमला
फीडबैक यूनिट मामले में भी सीएम विपक्ष के निशाने पर हैं। विपक्ष का आरोप है कि यह यूनिट सीधे मुख्यमंत्री को रिपोर्ट करती थी, इसलिए जांच की आंच उन तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। इस मामले में कांग्रेस ने एनआइए जांच की मांग की है। एलजी ने भी इस मामले में तत्परता दिखाते हुए कांग्रेस के पत्र को आगे की कार्रवाई के लिए मुख्य सचिव को भेजा है। यानी स्थिति साफ है कि आने वाला समय आप के लिए और कठिन हाे सकता है।
वैसे आप बार बार दोहरा रही है कि सिसोदिया के जेल जाने से सरकार के कामकाज पर कोई असर नहीं पड़ने दिया जाएगा, मगर इस सच्चाई से भी जानकार वाकिफ हैं कि सिसोदिया जैसा सूझबूझ वाला और विपरीत परिस्थितियों में भी बेहतर तरीके से काम कर लेने वाला नेता केजरीवाल के पास कोई दूसरा नहीं है। राजनीतिक जानकारों की मानें तो अभी तक एक तरह से दिल्ली की पूरी सरकार ही सिसोदिया चला रहे थे।
इस विवाद के पूर्व में जाएं तो यह बात तीन माह से ज्यादा पुरानी नहीं है जब आम आदमी पार्टी सिसाेदिया को लेकर सीबीआई को चुनौती दे रही थी कि अगर छापे में उनके खिलाफ कुछ मिला है तो जनता काे बताए, सिसोदिया के खिलाफ कुछ मिला है तो सीबीआई मनीष सिसोदिया काे गरफ्तार कर ले। यह बात तब की है जब आबकारी घोटाले में आम आदमी पार्टी के कम्युनिकेशन हेड विजय नायर सहित कई लोग आबकारी घोटाले के आरोप में जेल में थे।उस समय तक चार्जशीट में न ही मनीष सिसोदिया और न ही मुख्यमंत्री का नाम था।इससे पहले सीबीआई ने जब दो बार पार्टली चार्जशीट कोर्ट दाखिल की थी तो उसमें सिसोदिया का नाम नहीं होने पर आप ने प्रेसवार्ता कर सिसाेदिया को आबकारी घोटाले में क्लीनचिट मिलने का दावा तक किया था।
मगर सारी स्थिति फरवरी के पहले सप्ताह में तब बदल गई जब ईडी ने चार्जशीट में उस समय के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ मुख्यमंत्री का भी नाम लिया। अब ताजा मामले में फीडबैक यूनिट को लेकर सीबीआइ ने मनीष सिसोदिया पर जो मामला दर्ज किया है।भाजपा आराेप लगा रही है कि यह यूनिट मुख्यमंत्री के कार्यालय को रिपाेर्ट करती थी।इस बात का जिक्र उस रिपोर्ट मेें भी है जो रिपोर्ट दिल्ली सरकार के सतर्कता विभाग ने एलजी को सौंपी थी।
इसे लेकर ईडी कुछ समय पहले मुख्यमंत्री के निजी सचिव से भी पूछताछ कर चुकी है। ऐसे मेें माना जा रहा है कि आप के लिए आने वाला समय और कठिन हो सकता है। मगर आप के रणनीतिकारों का मानना है कि आप संंकट से उबरने के बाद और मजबूती से खड़ी हुई है। उनके शीर्ष नेतृत्व पर कोई भी उंगली उठाने की कोशिश करेगा तो वही नस्त-नाबूद हो जाएगा।
उधर आप नेता यह बात बार बार दोहरा रहे हैं कि किसी भी मामले में काेई घपला या गड़बड़ी नहीं हुई है और राजनीतिक द्वेष के चलते उन पर फर्जी मुकदमे कर उन्हें फंसाया जा रहा है।दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी जांच एजेंसियाें की इस सब कार्रवाई पर लगातार सवाल उठा रही है।उनका यह विरोध लगातार जारी है।