Delhi Crime News शाहदरा जिले के साइबर सेल ने अश्लील वीडियो बनाकर रकम वसूलने वाले मेवाती गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने दो नाबालिग समेत पांच बदमाशों को दबोचा है। पकड़े गए आरोपित 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को अपना निशाना बनाते थे।
नई दिल्ली । शाहदरा जिले के साइबर सेल ने अश्लील वीडियो बनाकर रकम वसूलने वाले मेवाती गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने दो नाबालिग समेत पांच बदमाशों को दबोचा है। पकड़े गए आरोपित 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को अपना निशाना बनाते थे। आरोपितों की पहचान भरतपुर निवासी राहुल खान(26), आजाद(41), 16 व 17 वर्षीय नाबालिग और अलवर निवासी अरमान(21) के रूप में हुई है।
इनके पास से छह मोबाइल, सात सिमकार्ड व अन्य सामान बरामद किया है। इनके मोबाइल में 24 पीड़ितों की अश्लील वीडियो मिले हैं। पुलिस को इनके बैंक खातों की पड़ताल करने पर पता चला है कि पिछले पांच महीने में पीड़ितों को बदनामी का डर दिखाकर 40 लाख रुपये की वसूली की है।
बुजुर्ग ने दी धोखाधड़ी की शिकायत
शाहदरा जिला पुलिस उपायुक्त रोहित मीणा ने बताया कि जगतपुरी में रहने वाले 67 वर्ष के एक बुजुर्ग ने 25 फरवरी को साइबर सेल में 13.70 लाख रुपये की धोखाधड़ी की शिकायत दी थी। बुजुर्ग के पास 18 फरवरी को एक अज्ञात नंबर से वाट्सएप पर वीडिया कॉल आया था, उसमें एक युवती अश्लील हरकतें करते हुए दिखाई दे रही थी।
ब्लैकमेल करना किया शुरू
उस बीच बुजुर्ग का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया। उस वीडियो को बुजुर्ग के नंबर पर भेजकर उन्हें ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। डर की वजह से बुजुर्ग ने उन्हें कई किश्तों में 13.70 रुपये दे दिए।
थानाध्यक्ष संजय कुमार के नेतृत्व में इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार, अवधेश व अन्य की टीम बनाई गई। टीम ने टेक्निकल सर्विलांस से आरोपितों को हरियाणा व राजस्थान के अलग-अलग इलाकों से गिरफ्तार कर लिया। विभिन्न डेटिंग एप से 50 से अधिक उम्र के लोगों के नंबर जुटाकर वारदात करते थे।
“लड़कियों”’ की आवाज निकाल कर नाबालिग फंसाते थे जाल में
पुलिस को पूछताछ में पता चला कि पकड़े गए दोनों नाबालिग लड़कियों की आवाज निकाल कर लोगों को अपने जाल में फंसाते थे। जब कोई पीड़ित वीडियो कॉल उठाता था तो वह एक मोबाइल में एक युवती का अश्लील वीडियो चला देते थे, पीछे से नाबालिग आवाज निकालते रहते थे। लोगों को लगता था कि वीडियो कॉल पर लड़की है, उसी बीच आरोपित उनका अश्लील वीडियो बना लेते थे। नाबालिग बंगाल से फर्जी कागजात पर सिम लेकर आते थे।
आरोपित पुलिसकर्मी बनकर लोगों को धमकाते
पकड़े गए आरोपित लोगों को डराने धमकाने के लिए पुलिस अधिकारियों के फोटो का इस्तेमाल करते थे। आरोपित दिल्ली पुलिस के पूर्व आयुक्त राकेश अस्थाना के अलावा कई अधिकारियों के फोटो वाट्सएप की डीपी पर लगाकर वसूली के लिए लोगों को काल करते थे। आजाद खुद को द्वारका साइबर सेल का थानाध्यक्ष बताता था।
कई राज्यों के लोगों के साथ की है धोखाधड़ी
आरोपितों ने दिल्ली, हरियाणा, बंगाल, उत्तराखंड, गुजरात समेत कई राज्यों के लोगों के साथ धोखाधड़ी की है। करीब 50 लोगों को अपना निशाना बनाया है। 20 पीड़ितों की जानकारी पुलिस को मिली है, पुलिस उनसे संपर्क कर रही है। आरोपितों के खिलाफ एनसीआरपी पोर्टल पर पांच शिकायतें मिली है, जिसमें से दो दिल्ली की वह एक-एक गुजराज, उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड की है।
आरोपितों को पकड़ने के लिए पुलिस को करनी पड़ी मशक्कत
पकड़े गए आरोपित ज्यादा शिक्षित नहीं है। पुलिस ने बताया कि मेवात व उसके पास के क्षेत्र में ठगी का धंधा तेजी से बढ़ रहा है। वहां के लोग ठगी के नए-नए तरीके सीख रहे हैं, गिरोह बनाकर वारदात को अंजाम दे रहे हैं। मेवात क्षेत्र भी संवेदनशील है। वह जंगलों में बैठकर वारदात करते हैं। ठगी के आरोपित अपने घरों पर थे, लेकिन पुलिस को उन्हें पकड़ने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।