बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के निशाने पर हैं दिल्ली के मुख्यमंत्री
दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
दिल्ली की दोनों विपक्षी पार्टियों ने प्रदर्शन कर केजरीवाल से मांगा इस्तीफा भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों को पटखनी देकर दिल्ली की सत्ता को कब्जाने वाले अरविंद केजीरवाल अब पूरी तरह से बीजेपी और कांग्रेस के निशाने पर आ गए हैं। आए भी क्यों नहीं कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों को केजरीवाल को टारगेट बनाने को मौका जो मिल गया है। शराब नीति को लेकर सीबीआई की गिरफ्त में आये केजरीवाल के दाहिने हाथ माने जाने वाले डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने अपने पदों से इस्तीफा जो दे दिया है। भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल में बंद दिल्ली सरकार के दो कद्दावर मंत्रियों के इस्तीफे के बाद बीजेपी और कांग्रेस दोनों पूरी तरह से केजरीवाल अपर हमलावर हो गए हैं। बुधवार को दोनों ही पार्टियों ने सड़क पर उतरकर दोनों मंत्रियों के भ्रष्टाचार पर सीधे-सीधे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जिम्मेदार बताते हुए उनका इस्तीफा मांगा है।
दरअसल दिल्ली सरकार के इन दोनों मंत्रियों मनीष सिसोदिया और सत्येन्द्र जैन के इस्तीफे के बाद एक तरह से बीजेपी और कांग्रेस मिल गई हैं। दिल्ली की दोनों प्रमुख पार्टियां इस मौके को हाथ से जाने नहीं देना चाहती हैं और जिस भ्रष्टाचार के मुद्दे पर अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली की सत्ता कब्जाई है उसी भ्र्ष्टाचार के मद्दे पर अब दोनों ही पार्टियां अरविन्द केजरीवाल से इस्तीफा मांग रही हैं। यह दिलचस्प रहा कि दिल्ली में कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियां केजरीवाल के इस्तीफे की मांग को लेकर सड़कों पर उतरी और जमकर हंगामा किया।
आप आदमी पार्टी के मुखिया अरविन्द केजरीवाल को टारगेट करके दिल्ली बीजेपी ने कई इलाकों में एक साथ प्रदर्शन किया। दिल्ली के मधुबन चौक पर बीजेपी नेताओं ने प्रदर्शन किया। हाथों में बड़े बड़े बैनर और तख्तियां लिए हुए इन नेताओं और कार्यकर्ताओं की संख्या तो कम थी पर तेवर बहुत तेज़ थे।
दिल्ली बीजेपी नेता अशोक गोयल ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को नैतिकता के आधार पर इस्तीफे दे देना चाहिए। अशोक गोयल ने कहा कि इन भ्रष्ट लोगों के इस्तीफे से काम नहीं चलेगा बल्कि इनके सरदार अरविन्द केजरीवाल को भी इस्तीफा देना चाहिए। बीजेपी नेता का कहना था कि मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन तो छोटी मछली हैं। मगरमच्छ तो केजरीवाल है।
बीजेपी किसान मोर्चा के महामंत्री राजपाल राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रिमंडल द्वारा घोटाला कराया है। इस मामले में सभी सबूत मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि आज वे लोग इसलिए सड़कों पर हैं क्योंकि लोगों ने युवकों को नशे में धकेला है। रियाशी इलाकों में शराब की दुकानें खोली गईं । दिल्ली की जनता के सामने इनका घोटाला उजागर हो चुका है। उन्होंने कहा कि देश यह पहला ऐसा शिक्षा मंत्री है जो बच्चों को शराब पिलाने का काम कर रहा था। दिल्ली की जनता इन्हें कभी माफ़ नहीं करेगी।
कांग्रेस के निशाने पर भी रहे अरविन्द केजरीवाल
बुधवार को दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी के नृतत्व में कांग्रेस के कई बड़े नेता और कार्यकर्ता सड़कों पर उत्तर आये और पूरी दिल्ली सरकार को भ्र्ष्ट बताते हुए अरविन्द केजरीवाल से इस्तीफा मांगा। अनिल चौधरी ने यह भी कहा कि गुनाह करने वाले से गुनाह करने वाला ज्यादा जिम्मेदार होता है। दरअसल कांग्रेस और बीजेपी के लिए केजरीवाल पर सीधे हमले करना का यह बड़ा मौक़ा है और इस मौके को दोनों ही पार्टियां हाथ से जाने नहीं देना चाहती हैं। ऐसे में आम आदमी पार्टी अब बचाव की मुद्रा में आ गयी है कि वह अपनी कट्टर ईमानदार छवि को कैसे बचाये रख सके।
दरअसल केजरीवाल से बीजेपी दोनों ही पार्टियों के नेताओं को इतनी खुंदस होने की बड़ी वजह यह है कि दिल्ली में पहले बीजेपी तो फिर कांग्रेस ने लंबे समय तक राज किया है। 2011 में अन्ना आंदोलन के बाद केजरीवाल ने दिल्ली को ऐसे कब्जाया कि तमाम कोशिशों के बावजूद कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों की अरविन्द केजरीवाल एक नहीं चलने दे रहे हैं।