नशे का आदि बेटे को खो चुके हैं कौशल किशोर, पत्नी हैं विधायक
त्रिनगर विधानसभा के महेंद्र पार्क इलाके में नशा मुक्ति कौशल अभियान की गई शुरुआत, लिया गया नशा मुक्त समाज बनाने का संकल्प, पार्षद रेखा गुप्ता भी कार्यक्रम में हुईं शामिल
दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
नई दिल्ली। कहा जाता है कि जब किसी नशे के चलते जब कोई अपना खोता है तो उसका उसके मन मस्तिष्क पर बहुत बड़ा असर पड़ता है। ऐसा है हुआ है केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर के साथ। उनका बेटा नशे का आदि था । उन्होंने उसका नशा छुड़ाने के लिए उसकी शादी भी की, पर उसने नशा नहीं छेड़ा और चल बसा। अब विकास कौशल पर अपने बेटे की मौत का इतना असर हुआ है कि उन्होंने समाज को नशामुक्त बनाने का संकल्प ले लिया है। शुक्रवार को दिल्ली के त्रिनगर विधानसभा एक महेंद्र पार्क में शुरू हुए इस नशा मुक्ति अभियान में कौशल किशोर ने बड़ी बेबाकी से यह बात स्वीकारी और यह भी स्वीकार किया कि उन्होंने अपने बेटे के चक्कर में एक महिला की जिंदगी और बर्बाद का कर दी। अब उन्होंने नशा मुक्ति अभियान छेड़ दिया है। इसकी शुरुआत उन्होंने दिल्ली से की है।
कौशल किशोर का कहना था कि उनके बेटे की नशे की लत की वजह से जान चली गयी। उनका कहना था कि वे लोग सांसद और विधायक होते हुए भी अपने बेटे को बचा न सके। उन्होंने कहा कि उसकी शादी कर उन्होंने एक महिला के साथ अन्याय किया है। दरअसल केंद्र सरकार में केंद्रीय सह राज्य मंत्री कौशल विकास की यह बात उन्हें नमन करने के लिए प्रेरित कर रही है कि वह बेटे के नशेड़ी होने की बात स्वीकार कर रहे हैं। कौशल किशोर जैसी बात तो आम आदमी भी नहीं बोल पाता है। अब कौशल किशोर अपने बेटे के गम में टूट जाने के बजाय वह समाज को नशे का आदि होने से बचाने का संकल्प ले रहे हैं।
दरअसल देश के कई राज्यों में नशा मुक्त अभियान चलने के बाद केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने अब दिल्ली में भी यह अभियान शुरू कर दिया है। दिल्ली के महेंद्र पार्क इलाके में इस नशा मुक्ति कौशल अभियान की शुरुआत हुई है। इस मौके पर दिल्ली बीजेपी के कई नेता भी इस अभियान की शुरुआत के साक्षी बने और बड़ी संख्या में छात्रों के साथ संकल्प लिया कि वे भी दिल्ली को नशा मुक्त अभियान बनाने में अपनी भूमिका निभाएंगे।
दरअसल कौशल विकास यूपी के मोहनलालगंज से सांसद हैं और उनकी पत्नी जय देवी कौशल लखनऊ के मलिहाबाद से विधायक हैं। अभी कुछ ही वर्ष पहले इन बेटे आकाश किशोर की नशे की लत की वजह से मौत हो गयी थी। उन्होंने इस उम्मीद के साथ बेटे की शादी की थी कि शादी के बाद शायद उसकी नशे की लत छूट जाये। अब इन्हे दर्द है कि बेटे को रास्ते पर लाने की कोशिश में वे अपने बेटे की पत्नी के साथ अन्याय कर बैठे। इस बात को भी वे बड़ी हिम्मत और बेबाकी के साथ स्वीकार करते हैं और इसका पश्चाताप भी करते हैं। कौशल विकास ने संकल्प लिया है कि वे समाज को नशा मुक्त बनाने में ही अपना जीवन लगा देंगे।
शुक्रवार को दिल्ली के त्रिनगर विधानसभा एक महेंद्र पार्क में शुरू हुए इस नशा मुक्ति अभियान में बड़ी संख्या में छात्र -छात्राओं और स्थानीय लोगों ने नशा मुक्त समाज बनाने का संकल्प लिया। इस मौके पर दिल्ली बीजेपी से जुड़े नेता पार्षद रेखा गुप्ता, राजकुमार भाटिया, मीनू गोयल, युवा नेता संजीव शर्मा, महेश अवाना के साथ बड़ी संख्या में स्थानीय लोग जुटे। सभी ने माना कि दिल्ली में ऐसे अभियान को पूरी ताकत तो तेज़ी से चलाया जाये इसकी बहुत जरूरत है।
इस मौके पर प्रसिद्ध राष्ट्रवादी कथा वाचक व त्रिवेणी सेवा मिशन के संस्थापक अजय भाई ने अभी अपने शानदार प्रस्तुति दी। दरअसल राष्ट्र धर्म और समाज से जुड़े अभियान में अजय भाई अपनी भूमिका और भागीदारी निभाने में कभी पीछे नहीं हटते। उनकी प्रस्तुति का सभी ने जमकर आनंद लिया। दिल्ली में कौशल विकास का नशा मुक्त समाज अभियान कितना कारगर साबित होता है यह तो देखने वाली बात होगी।