दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
I Love Manish Sisodia Banner: पूर्वी दिल्ली के शास्त्री पार्क इलाके में दिल्ली सरकार के एक स्कूल के गेट पर ‘आई लव मनीष सिसोदिया’ का बैनर लगाए जाने के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज किया है। इस बैनर को लेकर स्थानीय लोगों ने विरोध किया था। उन्होंने पुलिस में इसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। स्थानीय निवासी दिवाकर पांडे की शिकायत के बाद दिल्ली पुलिस ने शास्त्री पार्क पुलिस स्टेशन में Delhi Prevention of Defacement of Property Act की धारा 3 के तहत मामला दर्ज किया है।
किसने लगाया स्कूल के गेट पर बैनर?
एएनआई से बात करते हुए शिकायतकर्ता दिवाकर पांडे ने कहा कि 3 मार्च को सुबह 8-8.30 बजे के बीच आम आदमी पार्टी (आप) के कुछ कार्यकर्ता शास्त्री पार्क में सरकारी स्कूल के गेट के ऊपर एक बैनर लगा रहे थे। सबसे पहले उन्होंने स्कूल से एक डेस्क निकाली और उसे बाहर लाकर उस पर चढ़ गए और गेट पर ‘आई लव मनीष सिसोदिया’ का पोस्टर लगाने लगे। इस पर लोगों ने आपत्ति जताई और कहा कि यह शिक्षा का मंदिर है, इसे दूर रखो राजनीति।
जब उनके पूछा गया कि क्या उनके पास अनुमति है। उन्होंने विधायक अब्दुल रहमान से संबंधित होने का दावा किया। इसके बाद एक व्यक्ति ने विधायक से संपर्क किया और उनसे पूछा कि क्या उन्होंने अनुमति दी है। इसके बाद विधायक ने भी हां में जवाब दिया। दिवाकर पांडे ने कहा कि हम जानते हैं कि विधायक झूठ बोल रहे हैं. इसलिए किसी राजनीतिक लाभ के लिए किसी स्कूल का इस्तेमाल करने की अनुमति कभी नहीं दी जाती है।
विरोध के बाद हटा बैनर
लोगों ने जब इस बात का विरोध किया तो बैनर हटा लिया गया। दिवाकर पांडे ने कहा कि समस्या यह है कि बच्चों से ‘आई लव मनीष सिसोदिया’ लिखवाया गया। पांडे ने आरोप लगाते हुए कहा कि वे बच्चों का ब्रेनवॉश करने की कोशिश कर रहे हैं। हमने प्रिंसिपल से पूछा लेकिन उन्होंने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। पुलिस ने अब इस मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। स्थानीय निवासी दुर्गेश तिवारी ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि आप के कुछ कार्यकर्ता यहां आए थे और गेट पर ‘आई लव सिसोदिया’ का बैनर लगा दिया था और स्कूल आने वाले बच्चों को गेट के पास बैठने के लिए बुलाया था। मैंने जब उनके कहा कि वो जो कर रहे हैं सही नहीं है, इस पर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जो कर रही है वह सही नहीं है और हमारे शिक्षा मंत्री को जेल भेज दिया गया है। तिवारी ने कहा कि ‘बच्चे शराब के आरोपी का बचाव कर रहे हैं, यह कहां तक सही है? ये लोग बच्चे और स्कूल के प्रिंसिपल पर इस तरह की हरकतें करने के लिए दबाव डाल रहे हैं।