– निर्मल अविरल यमुना नदी के लिए सफाई अभियान
– 4 जून की मानव श्रृंखला बनाने का आगाज, गाने की थीम लांच
-” जागो रे, जागो रे, जागो, जागो रे नगरिया ” जोड़ेगा जनमानस को
-संतूर के सोपोर घराने के हस्ताक्षर पंडित अभय रुस्तुम सोपोरी ने तैयार की धुन,
– लक्ष्मी बाई कॉलेज की प्राचार्या प्रो. प्रत्यूष वत्सला ने किया कलमबद्ध
-दिल्ली दर्पण ब्यूरो
दिल्ली। ‘जागो रे, जागो रे ….नगरिया…..सुबह सवेरे 4 जून को यमुना किनारे आना रे’ इस गाने की थीम के साथ दिल्ली के रामजस कॉलेज में यमुना को स्वच्छ और निर्मल बनाने की मुहिम शुरू हो गयी है। इस मुहीम के तहत 4 जून को यमुना किनारे ऐतिहासिक मानव श्रृंखला का निर्माण होने जा रहा है। मकसद है यमुना को साफ़ स्वच्छ और निर्मल बनाने में जनता की भागीदारी सुनिश्चित करना और यमुना के महत्त्व और उसकी उपयोगिता को जन जन तक पहुंचना। दिल्ली के रामजस कॉलेज में मंगलवार को इसके लिए एक गाने के थीम सॉन्ग को राजनीती , विज्ञान , शिक्षा जगत की नामचीन हस्तियों के बीच लांच किया गया।
संतूर के सोपोर घराने के हस्ताक्षर पंडित अभय रुस्तुम सोपोरी ने जिसकी धुन तैयार की है और कलमबद्ध लक्ष्मी बाई कॉलेज की प्राचार्य प्रो. प्रत्यूष वत्सला ने किया है। उसको स्वर एलबीसी की छात्राओं ने दिया। इस दौरान पंडित सोपोरी और सूफी गायिका रागिनी रेनू की प्रस्तुतियों के बीच ऑडिटोरियम में मौजूद सभी दर्शकों ने 4 जून, सुबह 6:30 बजे यमुना के तट पर यमुना संसद में पहुंचने का संकल्प लिया।
दरअसल, स्वच्छ और अविरल यमुना के लिए आगामी 4 जून को यमुना के किनारे ऐतिहासिक मानव श्रृंखला का निर्माण होने जा रहा है। इससे पहले हर दिल्ली वाले तक इसका संदेश पहुंचाने के लिए गीत रचा गया। इस मौके पर यमुना संसद के संयोजक रविशंकर तिवारी ने कहा कि आज यमुना मां बीमार है और दिल्ली के एक लाख लोग 4 जून की सुबह अपनी मां को देखने यमुना किनारे जुटेंगे। यह कोई एक दिन का इवेंट नहीं है बल्कि एक आंदोलन की शुरुआत है। उन्होंने यमुना को स्वच्छ और अविरल बनाने के संकल्प को दोहराते हुए छात्रों से भारी संख्या में हिस्सा लेने का आह्वान भी किया।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने सुझाव दिया कि यमुना संसद के एक प्रतिनिधिमंडल को उपराज्यपाल से मुलाकात करना चाहिए। इस दौरान उनको अपनी कार्ययोजना के बारे में विस्तार से बात करनी चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि इसके नतीजे बेहतर निकलेंगे। वहीं, आईआईटीएन की ग्लोबल बॉडी आईआईटी एलुमनी काउंसिल के अध्यक्ष और यमुना संसद के मेंटर रवि शर्मा ने यमुना संसद के संभावित सुखद आयामों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि यह मुहिम एक लाख लोगों के बीच तो रिश्ता बनाएगी ही, यमुना से भी उनका रिश्ता गहरा होगा। हम दुनिया भर में मौजूद प्रौद्योगिकियों की पहचान कर यमुना को साफ करने का सरकार के सामने प्रस्ताव रखेंगे। साथ ही यमुना किनारे बायोडायवर्सिटी पार्क बनाने योजना पर भी काम करने की बात कही। मंच का संचालन करते हुए समाजसेवी राजकुमार भाटिया ने दिल्ली वालों से अपील की कि वह दिल्ली को बचाने के लिए चार जून को यमुना के किनारे पहुंचना चाहिए।