दिल्ली जंतर मंतर से महिला पंचायत में शामिल होने जा रहे पहलवानों की गिरफ्तारी और उनके टैंट उखाड़ देने के बाद आक्रामक हैं राकेश टिकैत
बीजेपी सांसद और कुश्ती फेडरेशन के निर्वतमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दिल्ली जंतर मंतर पर चल रहा पहलवानों का धरना तो दिल्ली पुलिस ने डंडे के जोर पर खत्म करा दिया है पर क्या यह आंदोलन भी समाप्त हो गया है। क्योंकि दिल्ली पुलिस ने जंतर मंतर पर 144 धारा लगाकर अब पहलवानों का प्रोटेस्ट न होने की बात कही है।
ऐसे में प्रश्न उठता है कि क्या यह आंदोलन समाप्त हो गया है। भाकियू प्रवक्ता और किसान आंदोलन के नेता राकेश टिकैत तो असली लड़ाई अब बता रहे हैं। वह गाजीपुर बॉर्डर पर डट गए हैं। उन्होंने ऐलान कर दिया है कि जब तक पहलवानों को न्याय नहीं मिल जाता तब तक वे गाजीपुर बॉर्डर पर से नहीं उठेंगे।
दरअसल पहलवानों का आंदोलन अब दिल्ली जंतर मंतर पर नहीं बल्कि दिल्ली बॉर्डर पर होगा। मतलब गाजीपुर बॉर्डर के साथ ही टिकरी बॉर्डर और सिंघु बॉर्डर पर भी किसान आंदोलन होगा। मतलब पहलवानों के पक्ष में अब किसान मोर्चा खोलेंगे।
दरअसल 28 मई को एक और जहां नई संसद भवन का उद्घाटन हो रहा था वहीं दूसरी ओर जंतर मंतर से महिला पंचायत के लिए जा रहे पहलवान को गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने पूरे घोड़े खोल दिए थे। विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया को पुलिस डंडे के जोर पर गिरफ्तार कर लिया और जंतर मंतर पर से उनके टैंट उखाड़ फेंके। विनेश फोगाट ने दिल्ली पुलिस पर उनकी प्राइवेट वीडियो बनाने का भी आरोप लगाया है।