-दिल्ली दर्पण ब्यूरो
अशोक विहार स्थित अग्रवाल वेलफेयर सोसाइटी के लिए 4 जून को इस वर्ष से होने जा रहा त्रिवर्षीय चुनाव बड़ा रोचक हो गया है। इतना रोचक की समाज के सियासत को समझने वाले भी संशय में है की आखिर पलड़ा किसका भारी है। चुनाव की तारीख तय होने के चंद दिन पहले कहा जा रहा था की एक पक्ष के पास प्रधान है लेकिन अच्छी टीम नहीं , दूसरे के पास टीम है लेकिन प्रधान पद के लिए मजबूत प्रत्याशी नहीं। लेकिन अब अनिल गुप्ता घी वाले और राजेंद्र गर्ग दोनों प्रधान प्रत्याशी के पास मजबूत टीम भी है। इस चुनाव में दो पैनल है.
समाज समर्पित टीम :-गुलाब चुनाव चिन्ह लेकर चुनाव लड़ रहे इस टीम में मौजूदा प्रधान अनिल गुप्ता ,वरिष्ठ उपप्रधान राजेश सिंघल , महामंत्री योगेश गोयल , कोषाध्यक्ष सुनील जिंदल , उपप्रधान स्कूल के लिए मोहिंदर बंसल ,उपप्रधान अस्पताल के लिए मनु जिंदल ,उपप्रधान भवन के लिए अर्जुन देव गोयल ,मंत्री पद हेतु रमन अग्रवाल सहकोष्याध्यक्ष के लिए अमित बंसल मैदान में है।
सद्भावना ग्रुप : – इस ग्रुप में प्रधान पद हॉस्पिटल प्रभारी रहे राजेंद्र गर्ग ,वरिष्ठ उपप्रधान के लिए कैलाश चंद गुप्ता ,महामंत्री राकेश बंसल , उपप्रधान स्कूल के लिए पवन कुमार अग्रवाल , उपप्रधान स्कूल के लिए बिमल प्रकाश अग्रवाल ,उपप्रधान भवन के लिए विनोद कुमार ,मंत्री जयप्रकसश ,कोषाध्यक्ष सुनील जिंदल , सह-कोषाध्यक्ष पद के लिए नरेश कुमार गर्ग को प्रयाशी बनाया गया है।
सोसायटी चुनाव के लिए मतदान 4 जून को सुबह 9 बजे से सायं 5 बजे तक होगा। पिछले 10 वर्षों से ज्यादा समय से सोसाइटी चुनाव में मुख्य चुनाव अधिकारी की भूमिका निभा रहे डॉ एच.सी गुप्ता और उनके सहयोगी चुनाव अधिकारी इंद्र अग्रवाल और रतन लाल गुप्ता ने बेहद शानदार और सख्त इंतजाम किये है। मतदान के लिए आने वाले ट्रष्टी महज 5 से मिनट में मतदान कर बहार जा सकतें है। मतदान पूर्ण होने के बाद करीब दो से तीन घंटे में मतदान पूर्ण कर परिणाम भी सामने आ जायेंगे। लेकिन वे परिणाम का होंगे इस पर समाज के बड़े बड़े लोग से लेकर अग्रवाल वेलफेयर सोसाइटी चुनाव में रूचि रखने वाले भी संशय में है। किसी को लगता है अनिल गुप्ता घी वाला अपने पुरे पैनल को निकाल ले जाएगा तो किसी को लगता है राजेंद्र गर्ग की टीम भी कमजोर नहीं है। कुछ प्रमुख लोग खिचड़ी यानी मिली जुले सरकार बनाने की संभावनाएं भी जता रहे है।
सोसायटी चुनाव में परिणामों का आकलन इसलिए भी कठिन है की समाज के कई प्रमुख स्तंभ खुलकर न तो कुछ बोल रहे है और न ही किसी एक पाले में नजर ही आ रहे है। हद और हैरत यह है कि समाज के ज्यादातर गणमान्य लोग किसी के पक्ष में कुछ कहना तो दूर चुनावी मीटिंग में भी नहीं आ रहे है। यही वजह है की किस पैनल का पलड़ा भारी है यह यकीन के साथ कहना मुश्किल नजर आ रहे है। अब सारा अनुमान पैनल के प्रत्याशियों के व्यक्तिगत वोट बैंक ,उनकी रिश्तेदारों के रुझान और मक्कड़जाल का आंकलन पर ही आधारित है। अब ऐसे लोगों की भी कमी नहीं है जो प्रत्याशियों के कद और काबिलियत के साथ साथ उनके मद्दों पर भी वोट करेंगे। उन्हें लगता है की सोसाइटी की सत्ता की कमान काबिल सेवा भावी और समय देने वालों के हाथों में होनी चाहिए। वोट देते समय संबंध नहीं सोसाइटी का हित देखना चाहिए।
समाज समर्पित टीम के दावे और मुद्दे :-
सोसाइटी के मौजूदा प्रधान और प्रधान प्रत्याशी अनिल गुप्ता घी वाले दावा कर रहे है कि उन्हें सोसाइटी और अस्पताल उन्हें जिस आर्थिक संकट के साथ मिला है ,उसे हमें तमाम विषम परिस्थितियों के बावजूद संकट को बहार निकला। कोई नया काम शुरू करने के बजाय हमने पुराने कार्यों को ही समेटते हुए अस्पताल के निर्माण को पूरा किया। अस्पताल का रजिस्ट्रेशन रद्द है ,पहले की कार्यकारिणी ने हॉस्पिटल के रजिस्ट्रेशन पर ध्यान नहीं दिया। हमने हॉस्पिटल के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है और स्कूल का स्टेडियम पर लगी सील को खुलवाकर इसके रेगुलाईजेशन पर काम किया है। चुनाव जीतने के महज दो महीने में दोनों कार्य पूर्ण कर लिए जाएंगे।
चुनाव चिन्ह खिला गुलाब के निशान चुनाव लड़ रहे समाज समर्पित टीम प्रधान प्रत्याशी अनिल गुप्ता ने समाज सेवा के लिए नए प्रोजेक्ट लाने का भी वादा किया है। उन्होंने कहा की अशोक विहार में दानदाताओं की कमी नहीं है ,लेकिन बिना किसी प्रोजेक्ट के दान लेकर बैंक में डालने का कोइ लाभ नहीं है। अब उन्हें 10 करोड़ से ज्यादा की कमिटमेंट मिल चुकी। अस्पताल के नवनिर्माण में चाहे जितना भी धन लगे उसमें कहीं कोइ कमी नहीं आएगी। अनिल गुप्ता ने कहा की उन्होंने अपने जीवन में पारिवारिक और कारोबारी दोनों जिम्मेदारियां पूर्ण कर ली है अब अपना समस्त जीवन समाज सेवा और सोसाइटी के विकास में लगाना चाहते है। सोसाइटी के सभी विंग्स हॉस्पिटल , स्कूल और धर्मशाला के लिए योजना बना चुकें है। सबको साथ लेकर स्नेह और सेवा भावना के साथ हम काम करेंगे।
सद्भावना ग्रुप के वादे और दावे :-
सद्भावना ग्रुप का भी फोकस अस्पताल के पूर्ण विकास पर ही ज्यादा है। उगते सूरज चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ रहे इस पैनल के प्रधान प्रत्याशी राजेंद्र गर्ग पिछले कार्यकारणी में भी हॉसिपटल के प्रभारी रहे है। राजेंद्र गर्ग का कहना है की उन्होंने पूर्व प्रधान पवन गुप्ता के साथ हॉस्पिटल के विकास कार्यों की शुरुआत की थी। उन्होंने हॉस्पिटल में बेसमेंट का निर्माण कराया। प्रधान अनिल गुप्ता को समाज ने सर्वसम्मति से चुनकर प्रधान बनाया लेकिन उन्होंने सबके साथ मिलकर काम नहीं किया। अब समाज के प्रमुख लोगों ने इस टीम का गठन किया है। वे विश्वास दिला रहे है की यदि उनकी पूरी टीम चुनकर आती है तो उनके संकल्प और समाज के विश्वास पर खरे साबित होंगे। प्रधान ने एक ही शख्स को सोसाइटी के तीनों विंग की काम सौंप दी। हम सबको साथ लेकर चलेंगे।
चुनाव में किसके जीत होगी और किसके मात , समाज में इस पर तो चटकारे लेकर चर्चाएं चल ही रही है साथ ही चर्चाएं यह भी है की अब समाज की सोच बदल चुकी है। समाज में यह मानने वालों की भी कमी नहीं है कि चुनाव होना अच्छी बात है कम से कम इस बहाने सोसाइटी के सदस्य आपस में मिलते है ,उनकी सोसाइटी में कौन क्या और कैसा काम कर रहे है इसकी भी जानकारी मिल जाती है। उम्मीद है की 4 जून को होने वाले चुनाव में ज्यादा से ज्यादा ट्रष्टी वोट देने आएंगे और सोसाइटी के हित में वोट देंगे।