आप सांसद ने कहा – एक छतरी के तले आ रहे विपक्षी दल, एनडीए के सामने लड़ाया जाएगा एक प्रत्याशी
दिल्ली दर्पण टीवी ब्यूरो
नई दिल्ली। आम पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा है कि जैसे 1977 में जनता ने इंदिरा गांधी की विशालकाय सरकार को धराशाई कर दिया था। ठीक उसी तरह से 2024 के आम चुनाव में भी जनता मोदी सरकार को बॉय-बॉय बोलने जा रही है। जिस तरह से विपक्ष का कुनबा बेंगलुरु में जुट रहा है उससे बीजेपी की नींद उड़ी हुई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि एनडीए के सामने के प्रत्याशी उतारते ही बीजेपी की हार निश्चित है।
उन्होंने कहा कि 2014-19 जो एनडीए था अब वह एनडीए नहीं है। यह एनडीए बहुत कमजोर एनडीए है। उस समय 9 बड़े राजनीतिक दल थे जो एनडीए का हिस्सा थे। आज वे एनडीए छोड़कर चले गए हैं। अकाली दल और जदयू उनमें वे दल हैं जिनके काफी सांसद और विधायक थे। इन दलों ने एनडीए को छोड़ दिया है। ऐसे ही देश की जनता एनडीए को बाय-बाय कहने जा रही है। उन्होंने कहा कि पांच साल पहले एनडीए की 21 राज्यों में सरकार थी। अब 14 राज्यों में सरकार है।
राघव चड्ढा ने कहा कि बीजेपी ईडी,सीबीआई के भरोसे राज चला रही है। एजेंसियों के दुरुपयोग से राज चल रहा है। उन्होंने कहा कि 70 के दशक में 1977 की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी बहुत लोकप्रिय प्रधानमंत्री थी पर जनता पार्टी के बैनर तले सोशलिस्ट, कम्युनिस्ट और जनसंघी सब इकठ्ठे हुए और इंदिरा ग़ांधी को हरा दिया। उन्होंने कहा कि लोगों ने इंदिरा गांधी को इसलिए हरा दिया था क्योंकि लोगों ने चाहा था । उन्हें इमरजेंसी नहीं पसंद थी। उन्हें महंगाई पसंद नहीं थी। नसबंदी नहीं पसंद थी। लोग साथ आए। लोगों का कुनबा बना और हरा दिया।
उन्होंने कहा कि एक छतरी के नीचे सब विपक्षी दल आ रहे हैं। यदि जनता भी इस छतरी के नीचे नीचे आ गई तो फिर बीजेपी को हराना कोई मुश्किल काम नहीं होगा। शरद पवार के बारे में उन्होंने कहा कि वह कल पहुंच रहे हैं। आज महाराष्ट्र विधानसभा का मानसूत्र सत्र शुरू हो रहा है। उनकी विधायकों के साथ बैठक है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के दो करोड़ लोग साथ आ गए। पंजाब के तीन करोड़ लोग साथ आ गए। लोग जुड़ते जा रहे हैं। बीजेपी को यह दर्शी सताता है। देश बाय बाय मोदी कह रहा है। हर पार्टी हर सांसद जो देश से मोहब्बत करता है। वह इस देश विरोधी अध्यादेश के खिलाफ जाएगा। बीजेपी के वे सांसद जो संविधान कायम रहने की बात सोचते हैं।
अध्यादेश के खिलाफ वोट करें। महंगाई कैसे कम हो। परिवार को खुशहाल देखना चाहते हैं। बचत हो जाए। जो पार्टी लोगों को महंगाई से छुटकारा दिलाएगी उसे ही जनता अपना नेता मानेगी। देश के मिजाज पर बात कर रहा हूं। 1977 में विशाल सरकार को हरा दिया। सोशलिस्ट कम्युनिस्ट और जनसभी सब साथ आए। जानता पार्टी के बैनर तले आकार हरा दिया। तमाम लोग साथ आ रहे हैं। बीजेपी के सामने विपक्ष का एक प्रत्याशी चुनाव लड़े तो निश्चित रूप से बीजेपी हार जायेगी। राज्य दर चर्चा करना उचित नहीं है। अध्यादेश मामले में जो फैसला लिया गया। उससे अब लगने लगा है कि 2024 में लोग बाय-बाय मोदी कहने जा रहे हैं।