सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने किया पार्क का उद्घाटन, स्थानीय लोगों ने किया जमकर विरोध, बीपी ब्लॉक अध्यक्ष का दावा उनको धोखे में रखकर बनाया गया यह पार्क, कहा-आबादी से कहीं दूर बने यह पार्क
नई दिल्ली। कुत्तों को टहलाने के लिए तो कुत्ते प्रेमी सजग रहते ही हैं पर यदि उनके खेलने कूदने और व्यायाम करने की व्यवस्था भी हो जाये तो आप क्या कहेंगे। जी हां नई दिल्ली के पीतमपुरा में एक पार्क ऐसा भी बनाया गया है, जिसमें कुत्तों के खेलने कूदने और व्यायाम करने की व्यवस्था है। यह पार्क पीतमपुरा के वार्ड न. 57 में बीपी ब्लॉक में बना है।
पीतमपुरा के इस डॉग पार्क का उद्घाटन सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने किया है। स्थानीय निगम पार्षद अमित नागपाल ने इस अनोखी पहल में अहम् रोल अदा किया है। हालांकि स्थानीय लोग इसका विरोध भी कर रहे रहे हैं। दिल्ली दर्पण टीवी ने जब वहां पहुंचकर ग्राउंड रिपोर्टिंग की तो जहां कुत्ते प्रेमियों ने इस पहल को सराहनीय बताया वहीं स्थानीय लोगों ने इसका विरोध जताते हुए गुस्सा भी जाहिर किया।
स्थानीय निगम पार्षद अमित नागपाल ने कहा कि जिस तरह से हम लोगों को स्वस्थ रहने के लिए व्यायाम की जरुरत होती है उसी तरह से कुत्तों को भी खेलने कूदने और व्यायाम की जरुरत होती है। उन्होंने बताया कि कुत्तों के कूदने के लिए जहां पार्क में टायर लगाया है वहीं व्यायाम करने की भी व्यवस्था की है। उन्होंने कहा कि यदि कुत्ते खेले कूदेंगे तो स्वस्थ भी रहेंगे। पार्षद का कहना है कि पार्क में कुत्तों के टॉयलेट की भी व्यवस्था की जाएगी। सुबह शाम-सफाई सफाई करने की व्यवस्था भी बनाएंगे। उन्होंने दावा किया कि यह पार्क पूरी तरह से लीगली बना है।
उधर स्थानीय लोग इस पार्क का जमकर विरोध कर रहे हैं। बीपी ब्लॉक के अध्यक्ष राजन भदेरा ने अमित नागपाल पर गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें धोखे में रखकर यह पार्क बनाया गया है । उन्होंने प्रश्न किया कि क्या नागपाल जी अपने घर के बाहर ऐसा पार्क बनाएंगे ? कुत्ते प्रेमियों उन्होंने कहा कि क्या ये लोग उनके ब्लॉक से एक-एक कुत्ता गोद लेंगे ? उन्होंने डॉ. हर्षवर्धन के उस बयान पर भी आपत्ति दर्ज कराई जिसमें उन्होंने हर व्यक्ति को कुत्ता गोद लेने की बात कही है। उन्होंने कहा कि उनके 4 कुत्ते हैं। इन कुत्तों में कितने कुत्ते गली के हैं ? यदि एक भी कुत्ता उनका गली का हो तो फिर वे उसे पोस्ट करें। उन्होंने कहा कि बात करने और जमीनी हकीकत में बहुत अंतर है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इन कुत्तों के वजह से उनको डिस्टर्ब होगा।
उन्होंने सवाल किया कि इस पार्क की सफाई कौन करेगा ? उन्होंने कहा कि उनके बच्चों के खेलने के लिए तो कोई पार्क नहीं है पर उनके ही ब्लॉक में कुत्तों को खेलने के लिए पार्क जरूर बना दिया गया है। इन लोगों ने अपने घरों के सामने इस तरह का पार्क क्यों नहीं बनाया ? उन्होंने कहा कि पार्क कुत्तों के खेलने के लिए हों या फिर बच्चों के लिए। जब एक कुत्ते प्रेमी ने कहा कि यह तो सुप्रीम कोर्ट का आदेश है तो फिर स्थानीय लोगों ने उस आदेश की कॉपी मांगी। पार्क में कुत्तों के प्रेमियों और स्थानीय लोगों में झड़प देखने को मिली। कुत्ते प्रेमियों का कहना था कि सड़क पर कुत्ते खेल कूद नहीं सकते हैं।